राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथम्भौर टाइगर रिजर्व न केवल भारत का एक प्रमुख वन्यजीव पर्यटन स्थल है, बल्कि यह दुनियाभर के प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर की झलक पाना किसी रोमांचक अनुभव से कम नहीं है। यदि आप रणथम्भौर में सफारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो बुकिंग प्रक्रिया, समय, चार्जेज और नियमों को जानना बेहद जरूरी है।
सफारी के प्रकार
रणथम्भौर में मुख्य रूप से दो प्रकार की जंगल सफारी होती है:
जिप्सी सफारी (Gypsy Safari) – 6 सीटर ओपन वाहन
कैंटर सफारी (Canter Safari) – 20 सीटर वाहन
ये सफारियां वन विभाग द्वारा अधिकृत गाइड के साथ संचालित होती हैं और पर्यटकों को जंगल के 10 जोन में ले जाया जाता है।
सफारी के समय
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में सफारी दो पालियों में होती है – सुबह और शाम:
सुबह की सफारी: लगभग 6:00 AM से 9:30 AM
शाम की सफारी: लगभग 3:00 PM से 6:30 PM
(समय मौसम और सूर्योदय/सूर्यास्त के अनुसार थोड़ा-बहुत बदल सकता है)
बुकिंग प्रक्रिया
ऑनलाइन बुकिंग:
सफारी बुकिंग राजस्थान फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट (https://fmdss.forest.rajasthan.gov.in) या https://www.rajasthanwildlife.in के माध्यम से की जा सकती है।
आपको अपनी पहचान पत्र (ID Proof), डेट ऑफ विजिट, जोन प्रेफरेंस और वाहन का चयन करना होता है।
एडवांस बुकिंग कम से कम 90 दिन पहले तक की जा सकती है।
ऑफलाइन बुकिंग:
सवाई माधोपुर में स्थित रणथम्भौर नेचर गाइड सोसाइटी या वन विभाग के ऑफिस से बुकिंग कर सकते हैं।
लेकिन टूरिस्ट सीज़न में ऑनलाइन बुकिंग अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक मानी जाती है।
सफारी चार्जेज (शुल्क)
(नियमित जोन के लिए अनुमानित शुल्क, एक व्यक्ति के लिए):
प्रकार भारतीय नागरिक विदेशी नागरिक
जिप्सी सफारी ₹ 1,700 - ₹ 2,200 ₹ 3,500 - ₹ 4,000
कैंटर सफारी ₹ 1,200 - ₹ 1,500 ₹ 2,500 - ₹ 3,000
इस शुल्क में वाहन, एंट्री फीस, गाइड चार्ज और GST शामिल होता है।
स्पेशल और प्रीमियम ज़ोन चार्जेज
अगर आप टाइगर साइटिंग की ज्यादा संभावना वाले जोन या एक्सक्लूसिव फॉरेस्ट ट्रैक चुनते हैं, तो इसके लिए अलग से स्पेशल परमिट चार्ज लिया जाता है, जो ₹10,000 तक भी हो सकता है।
ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स और नियम
ID Proof अनिवार्य – आधार कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस दिखाना जरूरी होता है।
टिकट कैंसिलेशन – ऑनलाइन बुकिंग के टिकट कैंसल करने पर आंशिक रिफंड मिलता है, लेकिन समय पर निर्भर करता है।
वन विभाग के नियमों का पालन जरूरी – शोर मचाना, कूड़ा फेंकना, ड्रोन उड़ाना, या जानवरों को परेशान करना सख्त वर्जित है।
गाइड अनिवार्य होता है – हर वाहन के साथ रजिस्टरड गाइड रहता है जो सुरक्षा और जानकारी दोनों देता है।
बेहतर टाइगर साइटिंग के लिए टिप्स
सुबह की सफारी में टाइगर दिखने की संभावना अधिक मानी जाती है।
जोन 1, 2, 3 और 4 को टाइगर साइटिंग के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
सर्दियों में (नवंबर से फरवरी) मौसम सुहावना होता है लेकिन गर्मियों (अप्रैल से जून) में जलस्रोतों के पास टाइगर दिखने की संभावना अधिक रहती है।
कैमरा चार्ज – DSLR या प्रोफेशनल कैमरा के लिए अलग से शुल्क लिया जाता है।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व का आकर्षण
रणथम्भौर का किला, पद्मा तालाब, राजबाग, और जंगल के अंदरूनी मार्ग जैसे स्थान भी सफारी के दौरान दिखाए जाते हैं। यह टाइगर रिजर्व केवल बाघों के लिए ही नहीं, बल्कि तेंदुआ, स्लॉथ बीयर, मगरमच्छ, हिरण, सांभर और सैकड़ों पक्षियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि प्रकृति और वन्यजीवों से जुड़ने का एक जीवंत अनुभव है। सही समय पर बुकिंग, नियमों का पालन और थोड़ी सी योजना आपको एक यादगार सफारी दे सकती है।अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं या वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी में रुचि रखते हैं, तो रणथम्भौर की सफारी आपके जीवन के सबसे रोमांचक अनुभवों में से एक हो सकती है।
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