जिले में जल्द ही हेलीपैड का निर्माण होगा। हेलीपैड की सुविधा से जुड़ने के बाद आने वाले समय में आम लोग यहाँ हेलीकॉप्टरों को उड़ते हुए देख सकेंगे। लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश के नौ जिलों में हेलीपैड निर्माण के लिए सात करोड़ साठ लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की है। जिसमें एक हेलीपैड के लिए लगभग 78 लाख 32 हजार की राशि स्वीकृत की गई है। वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद लोक निर्माण विभाग ने जिला मुख्यालय पर हेलीपैड निर्माण के लिए स्थान चिन्हित करने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। स्थान चिन्हित होने के बाद भूमि आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर ली जाएगी।
वीआईपी मूवमेंट पर उत्पन्न होती है हेलीपैड की समस्या
जिले में सुचारू हवाई यातायात के लिए हवाई संपर्क की आवश्यकता है। जिले में विशिष्ट व्यक्तियों या किसी वीआईपी मूवमेंट के आगमन पर हेलीपैड की समस्या उत्पन्न होती है। हेलीकॉप्टरों के उतरने और उड़ान भरने के लिए अस्थायी हेलीपैड का निर्माण किया जाता है। इसी संबंध में नागरिक उड्डयन विभाग ने जिले में हेलीपैड निर्माण के लिए 78.32 लाख की राशि स्वीकृत की है।
पाला हवाई पट्टी के भी बहुरेंगे दिन
जिले की पाला (कुम्हेर) हवाई पट्टी के भी दिन बदलने वाले हैं। संयुक्त सचिव नागरिक उड्डयन राजस्थान ने कुम्हेर में पाला हवाई पट्टी के एक किलोमीटर से दो किलोमीटर तक विस्तार के लिए 34.78 करोड़ की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। स्वीकृत राशि हवाई पट्टी की मरम्मत, रखरखाव और उन्नयन कार्य के साथ-साथ हवाई पट्टी के चारों ओर 6 फीट ऊँची चारदीवारी, 23 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण और टर्मिनल भवन निर्माण पर खर्च की जाएगी। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ने से बड़े विमान उड़ान भर सकेंगे।
हवाई पट्टी का विस्तार होगा लाभकारी
जिले की पाला हवाई पट्टी पर अभी केवल छोटे विमान ही उतर सकते हैं। विस्तार के बाद 50 से 70 सीटों वाले बड़े विमान हवाई पट्टी से उड़ान भर सकेंगे। हवाई पट्टी के विस्तार का असर जिले के विकास पर भी पड़ेगा। भविष्य में अन्य बड़े शहरों से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
इन 9 जिलों के लिए राशि जारी
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने राज्य के 9 जिलों में हेलीपैड निर्माण के लिए बजट जारी कर दिया है। इनमें राज्य के डीग, बारां, डूंगरपुर, बूंदी, खैरथल-तिजारा, सलूबार, ब्यावर, भरतपुर और डीडवाना-कुचामन जिले शामिल हैं। नागरिक उड्डयन विभाग ने निर्माण के लिए 700.60 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। प्रत्येक हेलीपैड के निर्माण के लिए 28.32 लाख रुपये और चारदीवारी निर्माण के लिए 50 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। केवल दो जिलों भरतपुर और डीडवाना-कुचामन में ही हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा। चारदीवारी निर्माण के लिए कोई प्रावधान नहीं है।
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