बनीपार्क इलाके में एक घर में काम करने वाले नौकर ने 6 महीने में अलग-अलग समय पर अलमारी में रखे बैग से करीब 70 लाख रुपए चोरी कर लिए। वह यहां से रुपए चुराकर गांव भेजता रहा। जहां आरोपी नौकर के पिता ने खुद, बेटे और पत्नी के नाम पर अलग-अलग जगहों पर जमीन खरीद ली। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने पिता-पुत्र समेत 3 आरोपियों को पकड़ लिया। एक आरोपी अभी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। वहीं, आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई रकम के 12 लाख रुपए और जमीन के दस्तावेज जब्त किए गए।
गिरफ्तार आरोपी नौकर स्वागतम कुमार, पिता सत्येंद्र दास बिहार के गया और सुनील तुरी झारखंड के गिरिडीह का रहने वाला है। ऐसे हुआ मामले का खुलासा: नौकर फ्लाइट से गांव गया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि घर में काम करने वाले दोनों नौकर करीब 20 दिन पहले गांव जाने की बात कहकर निकले थे। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि स्वागतम फ्लाइट से गांव गया था। ऐसे में पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस टीम उसके गांव पहुंची और उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल कर लिया।
जब भी सफाई के लिए कमरा खोला जाता तो नौकर सफाई करता था
डीसीपी वेस्ट अमित बुढ़ानिया ने बताया कि आरोपी नौकर स्वागतम पिछले 5 साल से बनीपार्क निवासी पीड़ित मनीष चांदवानी के घर पर काम कर रहा था। स्वागतम के अलावा सुनील तुरी भी कुछ समय से काम कर रहा था। कुछ समय पहले पीड़ित व्यापारी मनीष ने प्रॉपर्टी बेची थी और कुछ व्यापार के पैसे अलमारी में एक बैग में रखे थे। जब भी व्यापारी की मां सफाई के लिए कमरा खोलती तो नौकर बैग से पैसे चुरा लेता था।
पिछले साल अक्टूबर से 1 मई तक स्वागतम बैग से पैसे निकालकर अपने कमरे में छिपाता रहा। इन 8 महीनों में आरोपी ने करीब 70 लाख रुपए चुराए। इसमें से 2 लाख रुपए स्वागतम ने दूसरे नौकर सुनील तुरी को चुप रहने के लिए दे दिए। स्वागतम चोरी के रुपए अलग-अलग तरीकों से गांव में भेजता रहा। उसके पिता सत्येंद्र दास और मामा ने मिलकर बिहार के अलग-अलग जिलों में तीन जगहों पर खुद, बेटे और पत्नी के नाम पर करीब 56 लाख रुपए की जमीन खरीदी। इस संबंध में मामला दर्ज होने के बाद एसएचओ बृजमोहन कविया और एएसआई मोहम्मद रफीक के नेतृत्व में गठित टीमों ने झारखंड और बिहार में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर आरोपी को पकड़ लिया। इस कार्रवाई में कांस्टेबल शंकर नाथ और बलराम की अहम भूमिका रही।
कलेक्टर को पत्र लिखकर नीलामी की कार्यवाही की जाएगी
आरोपी स्वागतम के पिता सत्येंद्र दास ने अपने ही गांव खजूरी में 10 कट्ठा (1264 वर्ग मीटर) जमीन खरीदी थी। इसकी बाजार कीमत अब 25 लाख बताई जा रही है। इसके अलावा उन्होंने बिहार के गया जिले में अपनी पत्नी के नाम पर मुख्य सड़क पर 2 कट्ठा (252 वर्ग मीटर) जमीन खरीदी थी। इसका बाजार मूल्य अब 35 लाख रुपए है। इसके अलावा बेटे के नाम पर भी कुछ जमीन खरीदी है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने मामले में इन जमीनों के दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। इनके आधार पर जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जमीन जब्त करने और नीलाम करने की कार्रवाई की जाएगी।
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