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भारत से 'रिश्ते अहम' लेकिन रूसी तेल ख़रीदना बंद करना होगा: सर्जियो गोर ने और क्या कहा?

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Andrew Harnik/Getty Images अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यक्रम में सर्जियो गोर

भारत में अमेरिकी राजदूत के पद के लिए नामित सर्जियो गोर ने कहा है कि भारत अमेरिका का अहम साझेदार है.

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर चल रही बातचीत का परिणाम जल्द सामने आएगा.

गुरुवार को अमेरिकी सीनेट की विदेश मामलों की समिति में नियुक्ति की पुष्टि को लेकर हुई सुनवाई के दौरान गोर ने ये बयान दिया.

गोर ने कहा कि अगर उनकी नियुक्ति की पुष्टि हो जाती है, तो वह भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने पर काम करेंगे.

सीनेट के सामने गोर का परिचय देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि गोर राष्ट्रपति ट्रंप के क़रीबी हैं और यह भारत जैसे देश में प्रतिनिधित्व के लिए बेहद अहम है.

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सर्जियो गोर ने इस दौरान दो और अहम बातें कहीं.

उन्होंने कहा, 'भारत को रूस से तेल ख़रीदने से रोकना अमेरिका की प्राथमिकता' है.

साथ ही गोर ने ये भी कहा कि आने वाले वक़्त में ऊर्जा क्षेत्र में अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी बन सकता है.

image BBC

अगर 38 साल के सर्जियो गोर की नियुक्ति की पुष्टि हो जाती है, तो वो भारत में सबसे युवा अमेरिकी राजदूत होंगे.

डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का राजदूत और दक्षिण व मध्य एशिया के लिए विशेष दूत नामित किया है.

सर्जियो गोर को ऐसे समय में भारत का राजदूत बनाया जा रहा है, जब भारत और अमेरिका के रिश्तों में तनाव बढ़ा है.

ट्रंप का कहना है कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल ख़रीदकर यूक्रेन के ख़िलाफ़ जंग में उसकी मदद कर रहा है. उन्होंने भारत पर कुल 50 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाया है.

दूसरी तरफ भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर भी बातचीत भी कुछ वक़्त से अटकी हुई है.

गुरुवार को अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने कहा कि दोनों देश ट्रेड डील करना चाहते हैं.

हालाँकि उन्होंने ये भी कहा कि भारत को अपने बाज़ार खोलने चाहिए और रूस से तेल ख़रीदना बंद करना चाहिए.

भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी हाल में कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत आगे बढ़ रही है.

उधर बीते कुछ दिनों से डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी को अच्छा दोस्त बताते रहे हैं. लेकिन साथ ही ट्रंप यूरोपीय संघ से कह रहे हैं कि उन्हें भारत पर अधिक टैरिफ़ लगाना चाहिए.

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द्विपक्षीय रिश्तों पर सर्जियो गोर ने क्या कहा? image Bonnie Cash/UPI/Bloomberg via Getty Images अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट के साथ सर्जियो गोर

सीनेट के सामने सर्जियो गोर ने भारत और अमेरिका को रणनीतिक साझेदार बताया और कहा कि दोनों के बीच चल रही व्यापार वार्ता जल्द पूरी हो जाएगी.

उन्होंने भारत को एक 'रणनीतिक साझेदार' बताया.

उन्होंने कहा कि इस "महत्वपूर्ण" साझेदारी में वो अमेरिका के हितों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

ट्रेड डील के बारे में गोर ने कहा, "हमें उम्मीद है कि डील हो जाएगी. हम समझौते से बहुत दूर नहीं हैं. असल में वो समझौते की बारीकियों पर चर्चा कर रहे हैं. दूसरों की तुलना में हम कभी-कभी भारत से अधिक उम्मीद रखते हैं. मुझे लगता है कि अगले कुछ हफ़्तों में इसका समाधान निकल आएगा."

इससे पहले सीनेट के सामने सर्जियो गोर का परिचय देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, "उन्हें ऐसे देश के लिए नामित किया गया है, जो अमेरिका के दुनिया में सबसे अहम रिश्तों में से एक है. भविष्य में दुनिया कैसी दिखेगी, इसमें भारत की बड़ी भूमिका होगी."

गोर ने अपने बयान में इसी बात को दोहराते हुए कहा, "अगर मुझे भारत में अमेरिका का राजदूत बनाया जाता है, तो मैं राष्ट्रपति के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम करूँगा. इस साझेदारी मेरा काम अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाना होगा."

मोदी और ट्रंप के रिश्तों पर की बात

सर्जियो गोर ने इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गहरी दोस्ती की बात भी की.

उन्होंने कहा, "जब ट्रंप भारत की आलोचना करते हैं, तो वो आगे बढ़कर पीएम मोदी की तारीफ़ भी करते हैं. दोनों के बीच बेहतरीन रिश्ते हैं."

लेकिन इसके बाद उन्होंने भारत के रूस से तेल ख़रीदने पर कहा, "हम टैरिफ़ पर किसी समझौते से बहुत दूर नहीं हैं. भारत को रूस से तेल ख़रीदने से रोकना इस प्रशासन की प्राथमिकता है."

भारत अमेरिका साझेदारी image BBC

सर्जियो गोर ने कहा कि भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने से "न केवल प्रतिस्पर्धा के मामले में अमेरिका की स्थिति मज़बूत होगी, बल्कि चीन का आर्थिक दबदबा भी कम होगा."

सर्जियो ने सीनेट की समिति के सामने भारत की अहमियत पर भी बात की.

उन्होंने कहा, "अमेरिका और भारत की साझेदारी 21वीं सदी को परिभाषित करेगी और इस उम्मीद को तभी हक़ीक़त बनाया जा सकता है जब हम मिलकर काम करें."

सर्जियो गोर ने भारत के साथ रक्षा सहयोग, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस से लेकर दवाओं और रेयर अर्थ मिनरल जैसे विषयों पर अधिक सहयोग की बात की.

उन्होंने अपनी भूमिका पर ज़ोर देते हुए कहा कि वो राष्ट्रपति ट्रंप के महत्वाकांक्षी लक्ष्य 'मिशन 500' की दिशा में भी काम करेंगे.

राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनका मक़सद 2030 तक भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 500 अरब डॉलर तक पहुँचाना है.

सर्जियो गोर का इशारा इसी लक्ष्य की ओर था.

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चीन का ज़िक्र image Getty Images डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक बैठक में सर्जियो गोर (दाएं)

उन्होंने कहा कि चीन की तुलना में बहुत से मामलों में भारत और अमेरिका में अधिक समानताएँ हैं.

गोर ने कहा, "बहुत लंबे समय से हमारे बीच व्यक्तिगत जुड़ाव नहीं था. मैं इस दिशा में रिश्तों को आगे बढ़ाऊँगा ही, लेकिन राष्ट्रपति भी व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल हैं."

उन्होंने भारत और अमेरिका के रिश्तों में हाल में आई खटास की बात को स्वीकार किया और कहा कि "भले ही अभी हमारे बीच कुछ अड़चनें हैं, लेकिन हम उन्हें हल करने की दिशा में हैं. भारत सरकार और भारत के लोगों के साथ हमारा रिश्ता दशकों पुराना है. और यह चीन के साथ उनके रिश्ते से कहीं अधिक गर्मजोशी भरा है."

उन्होंने कहा कि भारत 'चीन के विस्तारवाद' से चिंतित है.

गोर ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि भारत चीन की तरफ़ हाथ न बढ़ाए और अमेरिका के पाले में आ जाए.

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सुनवाई के दौरान सर्जियो गोर से एक सवाल ब्रिक्स को लेकर किया गया. ब्रिक्स में भारत रूस, चीन, ब्राज़ील और दक्षिण अफ़्रीका के साथ हैं.

इसमें रूस और चीन के साथ भारत की मौजूदगी अमेरिका की परेशानी सबब रहा है.

भारत के अलावा जिस एक और देश पर ट्रंप ने 50 फ़ीसदी का टैरिफ़ लगाया है, वो ब्राज़ील है.

गोर ने कहा, "ब्रिक्स में होने के बाद भी भारत कई मुद्दों पर अमेरिका के साथ रहा है. ब्राज़ील, चीन जैसे कई देशों ने अमेरिकी डॉलर में व्यापार न करने की कोशिश की है, लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया है."

रूस से तेल ख़रीदने के सवाल पर उनके विचार अब भी साफ़ हैं.

सर्जियो गोर ने सीनेट को बताया, "राष्ट्रपति ट्रंप इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट हैं, भारत को रूसी तेल ख़रीदना बंद करना होगा."

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

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