भारत एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की सेवाओं के बिना उतरा, जिन्हें वर्कलोड मैनेजमेंट संबंधी चिंताओं के कारण आराम दिया गया है।
बुमराह की अनुपस्थिति में, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप के साथ तेज गेंदबाजी की कमान संभाल रहे हैं। सिराज ने पहली पारी में गेंदबाजी में काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया, उन्होंने चार विकेट लिए थे और मेहमान टीम को बुमराह की कमी बिल्कुल भी महसूस नहीं होने दी थी।
पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा भी सिराज की लंबे स्पैल गेंदबाजी करने की निरंतरता और गेंद से अपना सर्वश्रेष्ठ देने की क्षमता से प्रभावित थे। गौरतलब है कि बुमराह जब भी खेलते हैं, सिराज का गेंदबाजी औसत 35.00 रहता है, हालांकि, यह बात जानकार सारे क्रिकेट फैंस को हैरानी होगी कि हैदराबाद में जन्मे सिराज मैदान पर अपने वरिष्ठ गेंदबाज साथी के बिना 25.59 की औसत से विकेट लेते हैं। चोपड़ा का मानना है कि सिराज कुछ रन तो दे सकते हैं, लेकिन वह लंबे स्पैल गेंदबाजी करने की अपनी योजना पर कायम हैं।
बुमराह की अनुपस्थिति में वह अपना खेल बेहतर कर लेते हैं: चोपड़ाचोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “बुमराह की अनुपस्थिति में वह अपना खेल बेहतर कर लेते हैं। शुरुआत अच्छी नहीं रही। उन्हें लगातार हिट मिल रहे थे। जब भारत खेल रहा था, तो पिच पर हरियाली दिख रही थी और बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल लग रहा था, लेकिन जब इंग्लैंड बल्लेबाजी करने आया, तो ऐसा लगा जैसे पिच सपाट हो गयी हो। वे सात से आठ रन प्रति ओवर की रफ्तार से बल्लेबाजी कर रहे थे। यह खतरनाक था।”
“हो सकता है कि वह अच्छी गेंदबाजी न कर रहे हों, शायद उन पर रन बन रहे हों, कभी-कभी लेग साइड में गेंद जा रही हो, या फिर तेज इकॉनमी रेट से रन दे रहे हों। ये चीजें सिराज के लिए एक समस्या हो सकती हैं, जो हर किसी के साथ हो सकती हैं, लेकिन क्या आपने उन्हें कभी 70 प्रतिशत पर गेंदबाजी करते देखा है? क्या कभी ऐसा हुआ है कि सिराज ने गेंदबाजी करते समय अपना सब कुछ खेल में नहीं लगाया हो?” कमेंटेटर चोपड़ा ने आगे बताया।
सिराज के इस तेजतर्रार स्पैल की बदौलत ही भारत इंग्लैंड को सिर्फ 247 रनों पर समेट पाया। इंग्लैंड ने 23 रनों की मामूली बढ़त हासिल की, लेकिन इसने भारत को दूसरी पारी में बड़ा स्कोर बनाने का शानदार मौका दिया। तीसरे दिन की शुरुआत भारत के 2 विकेट पर 75 रन से होगी।
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