भारतीय शेयर बाज़ार के लिए कैलेंडर ईयर 2025 बहुत मायनों में अच्छा साबित नहीं हुआ. ग्लोबल मार्केट की अस्थिरता, जियो पोलिटिकल टेंशन, कॉर्पोरेट अर्निंग्स में गिरावट, हाई वैल्यूएशन, फॉरेन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स याने एफआईआई की लगातार बिकवाली जैसे फैक्टर्स ने भारतीय बाज़ारों की गति को रोक दिया. निवेशकों के नज़रिये से देखें तो इन सभी के बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में कोई बहुत बड़ा डेंट नहीं आया और वह उतने ही गिरे जितने कि ऑल टाइम हाई मार्केट में गिरावट हो सकती है.निफ्टी ने सितंबर 2024 में 26277 का ऑल टाइम हाई लेवल देखने के बाद 8% की गिरावट देखी.
एफआईआई की बिकवाली बड़ा फैक्टरभारतीय बाज़ारों में हाई वैल्यूएशन और अन्य बाज़ारों में बेहतर संभावना के कारण एफआईआई ने लगातार बिकवाली की है. FII की सेलिंग एक्टिविटीज़ के बावजूद डीआईआई और रिटेल इन्वेस्टर्स ने मार्केट में खरीदारी की, जिससे बाज़ार में अधिक गिरावट नहीं आई. ऐसा तब हुआ जबकि एफआईआई ने बाज़ार में अधिकतर समय निकासी की. भारतीय बाज़ारों के लिए एफआईआई एक बड़ा फैक्टर रहा है, जिसके एक्शन पर बाज़ार की चालनिर्धारित होती है.
एफआईआई ने सितंबर में भी की भारी बिकवालीएफआईआई ने सितंबर माह में कैश मार्केट में कुल 35,301.36 करोड़ रुपए की बिकवाली की. अक्टूबर माह की शुरुआत भी एफआईआई ने बिकवाली से की और 1 अक्टूबर के सेशन में 1,605.20 करोड़ रुपए की नेट बिकवाली की. लेकिन आने वाले दिनों में यह सिनेरियो बदल सकता है.
एफआईआई इन कारणों से बन सकते हैं नेट बायर्सअक्टूबर माह एक नई तिमाही के पहले माह की शुरुआत है. जीएसटी में राहत के बाद एफआईआई भारतीय बाज़ारों में नेट बायर्स बनकर लौट सकते हैं. इसके अलावा चीन के बाज़ार में इस बात का असर पड़ रहा है कि चीन ने वातावरण को बेहतर रखने के लिए कुछ सेगमेंट में प्रोडक्शन सीमित करने का फैसला लिया है, जिससे वहां मेटल मार्केट प्रभावित हुआ है. इससे एफआईआई बेहतर वैल्यूएशन की तलाश में भारतीय बाज़ार में खरीदार बनकर आ सकते हैं.
इसके अलावा रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने जीडीपी ग्रोथ का प्रोजेक्शन 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जिससे एफआईआई को बाइंग करने का हौसला मिल सकता है.
निफ्टी के लेवल
एफआईआई अगर बायर्स टर्न हुए तो निफ्टी में तूफानी तेज़ी देखी जा सकती है और वह 25500 और 25800 के लेवल तक जा सकता है. इसके लिए आवश्यक है कि एफआईआई लगातार बाइंग करें और अमेरिकी बाज़ारों से अब भारत के लिए हैवी टैरिफ जैसी कोई नेगेटिव खबर न आए. सपोर्ट के तौर पर निफ्टी में 24700 का लेवल महत्वपूर्ण है.
एफआईआई अगर बायर्स टर्न हुए तो वे सबसे अधिक लार्ज कैप बैंकिंग स्टॉक खरीदेंगे. इसके बाद फाइनेंशियल सर्विस स्टॉक और फिर मेटल और एनर्जी सेक्टर में खरीदारी कर सकते हैं.
एफआईआई की बिकवाली बड़ा फैक्टरभारतीय बाज़ारों में हाई वैल्यूएशन और अन्य बाज़ारों में बेहतर संभावना के कारण एफआईआई ने लगातार बिकवाली की है. FII की सेलिंग एक्टिविटीज़ के बावजूद डीआईआई और रिटेल इन्वेस्टर्स ने मार्केट में खरीदारी की, जिससे बाज़ार में अधिक गिरावट नहीं आई. ऐसा तब हुआ जबकि एफआईआई ने बाज़ार में अधिकतर समय निकासी की. भारतीय बाज़ारों के लिए एफआईआई एक बड़ा फैक्टर रहा है, जिसके एक्शन पर बाज़ार की चालनिर्धारित होती है.
एफआईआई ने सितंबर में भी की भारी बिकवालीएफआईआई ने सितंबर माह में कैश मार्केट में कुल 35,301.36 करोड़ रुपए की बिकवाली की. अक्टूबर माह की शुरुआत भी एफआईआई ने बिकवाली से की और 1 अक्टूबर के सेशन में 1,605.20 करोड़ रुपए की नेट बिकवाली की. लेकिन आने वाले दिनों में यह सिनेरियो बदल सकता है.
एफआईआई इन कारणों से बन सकते हैं नेट बायर्सअक्टूबर माह एक नई तिमाही के पहले माह की शुरुआत है. जीएसटी में राहत के बाद एफआईआई भारतीय बाज़ारों में नेट बायर्स बनकर लौट सकते हैं. इसके अलावा चीन के बाज़ार में इस बात का असर पड़ रहा है कि चीन ने वातावरण को बेहतर रखने के लिए कुछ सेगमेंट में प्रोडक्शन सीमित करने का फैसला लिया है, जिससे वहां मेटल मार्केट प्रभावित हुआ है. इससे एफआईआई बेहतर वैल्यूएशन की तलाश में भारतीय बाज़ार में खरीदार बनकर आ सकते हैं.
इसके अलावा रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने जीडीपी ग्रोथ का प्रोजेक्शन 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जिससे एफआईआई को बाइंग करने का हौसला मिल सकता है.
निफ्टी के लेवल
एफआईआई अगर बायर्स टर्न हुए तो निफ्टी में तूफानी तेज़ी देखी जा सकती है और वह 25500 और 25800 के लेवल तक जा सकता है. इसके लिए आवश्यक है कि एफआईआई लगातार बाइंग करें और अमेरिकी बाज़ारों से अब भारत के लिए हैवी टैरिफ जैसी कोई नेगेटिव खबर न आए. सपोर्ट के तौर पर निफ्टी में 24700 का लेवल महत्वपूर्ण है.
एफआईआई अगर बायर्स टर्न हुए तो वे सबसे अधिक लार्ज कैप बैंकिंग स्टॉक खरीदेंगे. इसके बाद फाइनेंशियल सर्विस स्टॉक और फिर मेटल और एनर्जी सेक्टर में खरीदारी कर सकते हैं.
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