भारतीय रेलवे ने अपनी ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से टिकट बुक करते समय यात्रियों का आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। इसका उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है और दलालों एवं बड़ी बुकिंग एजेंसियों द्वारा टिकटों पर नियंत्रण कम करना है।
नया नियम और प्रक्रिया
रेल मंत्रालय के अनुसार, अब आरक्षित ट्रेन टिकट बुक करने के लिए यात्रियों को पहले अपने IRCTC अकाउंट में अपना आधार नंबर जोड़ना होगा और OTP के जरिए प्रमाणीकरण करना होगा। यह नियम 28 अक्टूबर 2025 से लागू हो गया है। इसके लिए यात्रियों को अपने IRCTC अकाउंट में लॉगिन कर ‘My Account’ सेक्शन में आधार नंबर दर्ज करना होगा और OTP से पुष्टि करनी होगी। केवल प्रमाणीकरण के बाद ही टिकट बुक की जा सकेगी। ध्यान दें कि ऑफलाइन आरक्षण काउंटर (PRS) से टिकट बुक करने पर यह नियम लागू नहीं है।
बदलाव के पीछे कारण और प्रभाव
रेल मंत्रालय ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य असली यात्रियों तक टिकट पहुंचाना है। पहले बड़े एजेंट और दलाल सुबह की आरक्षण खिड़की में ज्यादा टिकट बुक कर लेते थे, जिससे आम यात्रियों को परेशानी होती थी। Aadhaar प्रमाणीकरण के बाद ऐसे दुरुपयोग कम होंगे और तत्काल और अन्य तत्काल टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी। इससे यात्रियों को उनकी जरूरत के अनुसार टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी और ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम ज्यादा भरोसेमंद बनेगा।
अतिरिक्त जानकारी
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने IRCTC अकाउंट में पहले से ही आधार लिंक कर लें। बुकिंग के समय उनके नाम, जन्मतिथि और लिंग की आधार से मिलान किया जाएगा, और जरूरत पड़ने पर सुधार की सुविधा भी उपलब्ध है। आरक्षण की शुरुआत में PRS काउंटर और एजेंटों के लिए पहले 10 मिनट कुछ विशेष नियमों के अनुसार होंगे, ताकि प्रक्रिया आसान और व्यवस्थित हो।
नया नियम और प्रक्रिया
रेल मंत्रालय के अनुसार, अब आरक्षित ट्रेन टिकट बुक करने के लिए यात्रियों को पहले अपने IRCTC अकाउंट में अपना आधार नंबर जोड़ना होगा और OTP के जरिए प्रमाणीकरण करना होगा। यह नियम 28 अक्टूबर 2025 से लागू हो गया है। इसके लिए यात्रियों को अपने IRCTC अकाउंट में लॉगिन कर ‘My Account’ सेक्शन में आधार नंबर दर्ज करना होगा और OTP से पुष्टि करनी होगी। केवल प्रमाणीकरण के बाद ही टिकट बुक की जा सकेगी। ध्यान दें कि ऑफलाइन आरक्षण काउंटर (PRS) से टिकट बुक करने पर यह नियम लागू नहीं है।
बदलाव के पीछे कारण और प्रभाव
रेल मंत्रालय ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य असली यात्रियों तक टिकट पहुंचाना है। पहले बड़े एजेंट और दलाल सुबह की आरक्षण खिड़की में ज्यादा टिकट बुक कर लेते थे, जिससे आम यात्रियों को परेशानी होती थी। Aadhaar प्रमाणीकरण के बाद ऐसे दुरुपयोग कम होंगे और तत्काल और अन्य तत्काल टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी। इससे यात्रियों को उनकी जरूरत के अनुसार टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी और ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम ज्यादा भरोसेमंद बनेगा।
अतिरिक्त जानकारी
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने IRCTC अकाउंट में पहले से ही आधार लिंक कर लें। बुकिंग के समय उनके नाम, जन्मतिथि और लिंग की आधार से मिलान किया जाएगा, और जरूरत पड़ने पर सुधार की सुविधा भी उपलब्ध है। आरक्षण की शुरुआत में PRS काउंटर और एजेंटों के लिए पहले 10 मिनट कुछ विशेष नियमों के अनुसार होंगे, ताकि प्रक्रिया आसान और व्यवस्थित हो।
You may also like

मोबाइल टावरों से कीमती उपकरण चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस ने दो शातिर चोरों को दबोचा

पीएम मोदी ने 'लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस' का वर्चुअल उद्घाटन किया, यात्रियों ने साझा किया अनुभव

Uproar Over Burning Of Effigy Of Dhirendra Krishna Shastri : दतिया में धीरेंद्र शास्त्री का पुतला फूंके जाने पर बवाल, भीम आर्मी और हिंदू संगठनों के बीच झड़प, हालात तनावपूर्ण

पत्नी सेˈ बोला पति- चलो घूम आते हैं फिर बाइक से निकल गए दोनों लॉज में बुक कराया कमरा खेला ऐसा खेल मचा बवाल﹒

बिहार सत्य-अहिंसा की भूमि, यहां 'कट्टा' नहीं, विकास की सरकार चाहिए : एनडीए




