'रिच डैड पुअर डैड' के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बड़ी खबर शेयर की है। उनके मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया आदेश (एग्जीक्यूटिव ऑर्डर) साइन किया है, जिससे अब आम निवेशक भी अपने 401k रिटायरमेंट फंड से सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसी चीजों में पैसा लगा सकेंगे।
कियोसाकी का मानना है कि इस फैसले से इन चीजों की मांग बढ़ेगी और इसलिए सोना, चांदी और बिटकॉइन की कीमतें और बढ़ सकती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा - 'बड़ी खबर: मेरे दोस्त एंडी शेक्टमैन के मुताबिक, 7 अगस्त 2025 को राष्ट्रपति ट्रंप ने एक आदेश साइन किया है जिससे 401k निवेशकों को अब वैकल्पिक निवेशों तक पहुंच मिलेगी।'
म्यूचुअल फंड्स और ETF में निवेश नहीं करते कियोसाकी
कियोसाकी हमेशा पारंपरिक निवेश के तरीके जैसे म्यूचुअल फंड्स और ETF को पसंद नहीं करते हैं और वह कहते है- मैं म्यूचुअल फंड्स और ETF में निवेश नहीं करता, मेरे हिसाब से ये लूजर्स के लिए है। उनके अनुसार यह उन लोगों के लिए हैं जो सही तरीके से पैसा बढ़ाना नहीं जानते।' उन्होंने बताया कि अब एक नया नियम आया है, जिससे अब टैक्स बचाने वाले अकाउंट में रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, क्रिप्टोकरेंसी, कीमती धातुएं जैसे नए और अलग-अलग निवेश भी कर सकते हैं। लेकिन कियोसाकी ने ये भी कहा कि इस नए नियम के साथ निवेश करने के लिए समझदारी और मेहनत जरूरी है। अगर आप ज्यादा पढ़ाई-लिखाई और रिसर्च करने को तैयार नहीं हैं, तो बेहतर होगा कि आप पुराने और आसान तरीके जैसे म्यूचुअल फंड्स और ETF में ही निवेश करें।
कियोसाकी का विश्वास: सोना, चांदी और बिटकॉइन के लिए नया मौका
फाइनेंस एडवाइजर और एजुकेटर कियोसाकी हमेशा सोना, चांदी और डिजिटल करेंसी जैसे बिटकॉइन में निवेश करने की बात करते हैं और वह अब इस नए बदलाव को लेकर खुश हैं। उनका कहना है कि ट्रंप के नए नियम से सोना, चांदी और बिटकॉइन ज्यादा वैल्युएबल होगा। उन्होंने अपने दोस्त एंडी शेक्तमैन का भी इस जानकारी के लिए धन्यवाद दिया।
कियोसाकी का बिटकॉइन रुख और ट्रंप का रिटायरमेंट निवेश में बदलाव
अगस्त में कियोसाकी ने कहा था कि अगर बिटकॉइन की कीमत 90,000 डॉलर से नीचे गिरती है, तो वे अपनी बिटकॉइन के निवेश को दोगुना कर देंगे। उन्होंने यह भी बताया था कि बिटकॉइन की कीमत गिरने की वजह खुद बिटकॉइन नहीं, बल्कि अमेरिका के भारी कर्ज और उन लोगों की गलत नीतियां हैं, जो देश की आर्थिक व्यवस्था चला रहे हैं। ट्रंप का यह नया आदेश रिटायरमेंट फंड में एक बड़ा बदलाव लेकर आया है। अब निवेशक पुराने तरीके, जैसे म्यूचुअल फंड्स या ETF के अलावा रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, क्रिप्टोकरेंसी और कीमती धातुओं जैसे ऑप्शनों में ज्यादा निवेश करने के बारे में सोचेंगे।
डिस्क्लेमर: जो सुझाव या राय एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज देते हैं, वो उनकी अपनी सोच है। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी की राय नहीं होती।
कियोसाकी का मानना है कि इस फैसले से इन चीजों की मांग बढ़ेगी और इसलिए सोना, चांदी और बिटकॉइन की कीमतें और बढ़ सकती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा - 'बड़ी खबर: मेरे दोस्त एंडी शेक्टमैन के मुताबिक, 7 अगस्त 2025 को राष्ट्रपति ट्रंप ने एक आदेश साइन किया है जिससे 401k निवेशकों को अब वैकल्पिक निवेशों तक पहुंच मिलेगी।'
म्यूचुअल फंड्स और ETF में निवेश नहीं करते कियोसाकी
कियोसाकी हमेशा पारंपरिक निवेश के तरीके जैसे म्यूचुअल फंड्स और ETF को पसंद नहीं करते हैं और वह कहते है- मैं म्यूचुअल फंड्स और ETF में निवेश नहीं करता, मेरे हिसाब से ये लूजर्स के लिए है। उनके अनुसार यह उन लोगों के लिए हैं जो सही तरीके से पैसा बढ़ाना नहीं जानते।' उन्होंने बताया कि अब एक नया नियम आया है, जिससे अब टैक्स बचाने वाले अकाउंट में रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, क्रिप्टोकरेंसी, कीमती धातुएं जैसे नए और अलग-अलग निवेश भी कर सकते हैं। लेकिन कियोसाकी ने ये भी कहा कि इस नए नियम के साथ निवेश करने के लिए समझदारी और मेहनत जरूरी है। अगर आप ज्यादा पढ़ाई-लिखाई और रिसर्च करने को तैयार नहीं हैं, तो बेहतर होगा कि आप पुराने और आसान तरीके जैसे म्यूचुअल फंड्स और ETF में ही निवेश करें।
कियोसाकी का विश्वास: सोना, चांदी और बिटकॉइन के लिए नया मौका
फाइनेंस एडवाइजर और एजुकेटर कियोसाकी हमेशा सोना, चांदी और डिजिटल करेंसी जैसे बिटकॉइन में निवेश करने की बात करते हैं और वह अब इस नए बदलाव को लेकर खुश हैं। उनका कहना है कि ट्रंप के नए नियम से सोना, चांदी और बिटकॉइन ज्यादा वैल्युएबल होगा। उन्होंने अपने दोस्त एंडी शेक्तमैन का भी इस जानकारी के लिए धन्यवाद दिया।
कियोसाकी का बिटकॉइन रुख और ट्रंप का रिटायरमेंट निवेश में बदलाव
अगस्त में कियोसाकी ने कहा था कि अगर बिटकॉइन की कीमत 90,000 डॉलर से नीचे गिरती है, तो वे अपनी बिटकॉइन के निवेश को दोगुना कर देंगे। उन्होंने यह भी बताया था कि बिटकॉइन की कीमत गिरने की वजह खुद बिटकॉइन नहीं, बल्कि अमेरिका के भारी कर्ज और उन लोगों की गलत नीतियां हैं, जो देश की आर्थिक व्यवस्था चला रहे हैं। ट्रंप का यह नया आदेश रिटायरमेंट फंड में एक बड़ा बदलाव लेकर आया है। अब निवेशक पुराने तरीके, जैसे म्यूचुअल फंड्स या ETF के अलावा रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, क्रिप्टोकरेंसी और कीमती धातुओं जैसे ऑप्शनों में ज्यादा निवेश करने के बारे में सोचेंगे।
डिस्क्लेमर: जो सुझाव या राय एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज देते हैं, वो उनकी अपनी सोच है। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी की राय नहीं होती।
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