ब्यावर में हुए रेप कांड के मामले में रोज़ नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पहले यह कहा जा रहा था कि कुछ मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को फंसा रहे हैं और उनका धर्मांतरण कर रहे हैं। अब यह भी पता चला है कि इस पूरे मामले का एक मुख्य सरगना भी था।
नई दिल्ली। राजस्थान के ब्यावर में हुए रेप कांड में नए खुलासे हो रहे हैं। पहले यह बताया गया था कि कुछ मुस्लिम युवक मिलकर हिंदू लड़कियों को फंसा रहे हैं और उनका धर्मांतरण कर रहे हैं। अब यह स्पष्ट हो रहा है कि इस पूरे नेटवर्क का एक सरगना भी था, जिसका नाम पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी है। हकीम कुरैशी विभिन्न मुस्लिम लड़कों को जोड़ता था और उन्हें हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए प्रेरित करता था।
डरो मत, कुछ नहीं होगा
इन युवकों में से कुछ वेल्डिंग, कुछ पेंटिंग का काम करते थे, और कुछ टेंपो चलाते थे। हकीम कुरैशी को 23 तारीख को गिरफ्तार किया गया था, और पूछताछ में यह सामने आया कि एक पीड़िता ने पहले भी उसका नाम लिया था। पीड़िता के अनुसार, हकीम उसे कहता था कि यह सब करना गलत नहीं है और इससे कुछ नहीं होगा। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या हकीम इन सब गतिविधियों के जरिए कोई और योजना बना रहा था।
टेंपो में घूमाता था आशिक
इस मामले में शामिल एक आशिक बिजयनगर में टेंपो चलाता है। कहा जा रहा है कि उसने लड़कियों को फंसाना शुरू किया। वह टेंपो में बैठाकर छात्राओं से दोस्ती करता था और उन्हें कीपैड फोन दिलाकर बातें करता था। जब लड़की पूरी तरह से उसके जाल में फंस जाती थी, तो वह उससे आपत्तिजनक फोटो और वीडियो मंगवाता था। इसके बाद वह ब्लैकमेल करके उसके साथ संबंध बनाता था। इस कांड में शामिल करीम खां भी टेंपो चलाता था और रात भर हिंदू लड़कियों से अश्लील चैटिंग करता था।
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