नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने ब्रिटेन के स्काई न्यूज से बातचीत में स्वीकार किया कि पाकिस्तान का आतंकवाद को समर्थन देने का एक लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि हम पिछले 30 वर्षों से अमेरिका के लिए इस काम में संलग्न हैं।
ख्वाजा आसिफ ने भारत के साथ युद्ध की बात करते हुए कहा कि लश्कर ए तैयबा अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि लश्कर के अतीत में पाकिस्तान से कुछ संबंध थे, लेकिन अब यह संगठन खत्म हो चुका है।
जब उनसे पूछा गया कि लश्कर से जुड़े एक संगठन ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है, तो उन्होंने कहा कि यदि मूल संगठन ही नहीं है, तो फिर उप-संगठन कैसे अस्तित्व में आ सकता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि लश्कर से निकले TRF नामक संगठन ने 22 अप्रैल को 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, “हमने तीन दशकों से अमेरिका और ब्रिटेन के लिए यह काम किया है।” उन्होंने इसे अपनी गलती मानते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान को नुकसान हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि पाकिस्तान सोवियत संघ के खिलाफ अफगानिस्तान में शामिल नहीं होता या 9/11 में सहयोग नहीं करता, तो शायद पाकिस्तान पर उंगली नहीं उठाई जाती।
ख्वाजा आसिफ ने पहलगाम हमले को भारत की साजिश बताया और कहा कि उनकी एजेंसियों का मानना है कि यह काम भारत ने किया है। उन्होंने बड़े देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान को इस क्षेत्र में हो रही घटनाओं के लिए दोष देना आसान है।
उन्होंने कहा कि 80 के दशक में जब पाकिस्तान सोवियत संघ के खिलाफ लड़ रहा था, तब आज के आतंकवादी वाशिंगटन में मेहमान बनकर रह रहे थे।
ख्वाजा आसिफ ने 9/11 हमले का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी अमेरिका ने आतंकवादियों का इस्तेमाल किया।
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