RBI ने गुरुवार को ‘ऑफलाइन डिजिटल रुपया’ लॉन्च कर दिया। इसकी मदद से अब लोग इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क के बिना भी डिजिटल पेमेंट कर पाएंगे। इसे लोग कैश की तरह ही खर्च कर पाएंगे और इसके लिए उन्हें QR कोड स्कैन या सिर्फ एक टैप करना होगा। इसे आप भारतीय रुपये का इलेक्ट्रॉनिक रूप मान सकते हैं। इसे यूजर डिजिटल तरीके से यानी कि वॉलेट में स्टोर कर पाएगा और कैश की तरह ही बिना इंटरनेट का इस्तेमाल किए खर्च कर सकेगा। चलिए डिटेल में इसके बारे में समझते हैं और जानते हैं कि आप इसे किस तरह से इस्तेमाल कर पाएंगे।
आखिर डिजिटल रुपया होता क्या है?
बता दें कि डिजिटल रुपया या e₹ भारत की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है। इसे आप भारत की करेंसी का डिजिटल वर्जन या अवतार कह सकते हैं। RBI ने इसे टैगलाइन दी है कि “कैश, लेकिन डिजिटल”। इसे आप उसी तरह डिजिटल वॉलेट में रख सकते हैं, जिस तरह से आप अपने पर्स में कैश को संभाल कर रखते हैं। फिलहाल देश में 15 बैंक इस तरह के डिजिटल वॉलेट को एक्सेस करने की सुविधा देते हैं।
ऑफलाइन फीचर कैसे काम करेगा?
डिजिटल रुपये का ऑफलाइन फीचर उन जगहों पर काम करेगा जहां इंटरनेट कंमजोर या बिलकुल उपलब्ध नहीं है। यह खासतौर पर दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फायदेमंद है। RBI कई ऑफलाइन सॉल्यूशन टेस्ट कर रहा है, जिससे लोग डिजिटल रुपये का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। डिजिटल रुपये के ऑफलाइन फीचर को काम करने के लिए इंटरनेट की जरूरत भले न हो लेकिन मोबाइल में सिग्नल जरूर चाहिए होंगे। दरअसल यह NFC यानी कि Near Field Communication टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके पेमेंट पूरी करता है। यह टेक्नोलॉजी आप अपने स्मार्टफोन्स में फोटो, वीडियो जैसा डेटा शेयर करने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसमें यूजर को अपने फोन में वॉलेट को खोलने के बाद, जितने रुपये की पेमेंट करनी है उसे चुन कर सिर्फ दुकानदार की पेमेंट रिसीव करने वाली मशीन पर अपना फोन टैप करना होगा। इतने भर से पेमेंट पूरी हो जाएगी।
डिजिटल रुपये और UPI में क्या फर्क है?
UPI एक पेमेंट सिस्टम है जिसकी मदद से आप बैंक में रखे अमाउंट को किसी दूसरे अकाउंट पर ट्रांसफर करते हैं। वहीं e₹ कैश का ही डिजिटल रूप है। कहने का मतलब है कि डिजिटल रुपये का इस्तेमाल करते हुए बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं होती। यह पेमेंट दो e₹ वॉलेट के बीच की जाती है। डिजिटल रुपये को स्टोर करने वाले वॉलेट या ऐप्स की खास बात यह है कि इनसे UPI के QR कोड भी स्कैन किए जा सकते हैं।
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