हरनौत। शादी के लिए वधू छेकने जा रहे वर पक्ष के चार लोग शुक्रवार को भागलपुर से आनंद विहार जा रही विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। तीन की मौके पर मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल वर के पिता को पीएमसीएच भेजा गया
23 लोग बाल-बाल बच गए। सभी नालंदा के वेना थाना क्षेत्र के टांड़ापर गांव के हैं। हादसा दानापुर मंडल के बाढ़-मोकामा रेलखंड में ममरखाबाद-मेकरा हाल्ट के पास हुआ है। अन्य ने ट्रैक किनारे से कूदकर जान बचाई।
प्रत्यक्षदर्शी विकास ने बताया कि 27 लोग टांड़ापर गांव से जीप पर सवार होकर ममरखाबाद-मेकरा हाल्ट पहुंचे। रेलवे अंडरपास में वर्षा का पानी भरा था तो चालक ने आगे जाने से मना कर दिया।
सभी लोगों ने पैदल जाने का निर्णय किया।
सड़क की तुलना में रेलवे ट्रैक से पंडारक प्रखंड के गोपकिता गांव की दूरी एक किमी कम थी तो लोग अप लाइन में ट्रैक के बगल से पैदल बढ़ गए। इसी बीच 3:13 बजे दोपहर विक्रमशिला ट्रेन धड़धड़ाते हुए आ गई
भागलपुर से आनंद विहार जा रही विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बोगी के झटके से 23 लोगों ने किसी तरह अपने को बचा लिया।
ट्रेन के हाल्ट से आगे बढ़ने के बाद सभी लोग ट्रैक पर लौटे और स्थानीय लोगों की मदद से पंडारक थाना को जानकारी दी। पंडारक पुलिस ने शवों को उठवाकर पंडारक अस्पताल भिजवाया।
रेल डीएसपी पूर्वी मुकुल परिमल पांडेय, मोकामा आरपीएफ पोस्ट प्रभारी रविंद्र कुमार यादव और पंडारक थानाध्यक्ष नवनीत राय भी अस्पताल पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई की। घटना की प्राथमिकी पंडारक थाना में की गई है। इनमें मारे गए तीन लोगों का बाढ़ अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया।
मृतकों में स्व. रविंद्र मांझी के पुत्र जीतो मांझी (30), स्व. सौदागर मांझी के पुत्र रीतलाल मांझी (67) और जवाहर मांझी के पुत्र गोविंदा कुमार (21) शामिल हैं। वहीं वर के पिता जगलाल मांझी गंभीर रूप से जख्मी हैं।
बताया गया कि जगलाल मांझी के बेटे आनंदी उर्फ बृंद मांझी की शादी पंडारक प्रखंड के गोपकिता गांव में रंजीत मांझी की बेटी से तय हुई थी। सभी लोग वहीं जा रहे थे।
ममरखाबाद-मेकरा हाल्ट से सड़क मार्ग से वधू के गांव गोपकिता की दूरी ढाई किमी है, वहीं ट्रैक के किनारे से डेढ़ किमी है। पैदल एक किमी कम चलने के चक्कर में लोगों ने ट्रैक किनारे का खतरनाक विकल्प चुन लिया और हादसे से शिकार हो गए।
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