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ब्राजील महत्वपूर्ण साझेदार, उसे भारत के आतंकवाद विरोधी रुख के बारे में बताना जरूरी : शशि थरूर

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ब्रासीलिया, 1 जून . कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारत से एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को ब्राजील पहुंचा. यह प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन सिंदूर के तहत सरकार के चल रहे कूटनीतिक प्रयासों के तहत सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन को मजबूत करने और आतंकवाद पर भारत के जीरो टॉलरेंस के रुख को पेश करने के लिए ब्राजील पहुंचा.

यह प्रतिनिधिमंडल, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्य शामिल हैं, पांच देशों गुयाना, पनामा और कोलंबिया की यात्रा पूरी करने के बाद ब्रासीलिया पहुंचा है.

प्रतिनिधिमंडल का ब्राजील स्थित भारतीय मिशन के प्रभारी संदीप कुमार कुजूर ने हवाई अड्डे पर स्वागत किया. थरूर ने कहा कि ब्राजील एक महत्वपूर्ण साझेदार है और आतंकवाद पर भारत के रुख के बारे में उन्हें पूरी जानकारी देना महत्वपूर्ण है.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “हम पांच देशों की यात्रा पर हैं. हम पहले ही तीन देशों – गुयाना, पनामा और कोलंबिया की यात्रा कर चुके हैं. अब हम ब्राजील में हैं. आज आराम का दिन है, जो टीम ने हमारे जाने के बाद से काफी व्यस्त कार्यक्रम के बाद अर्जित किया है. वाशिंगटन जाने से पहले ब्राजील में हमारी पूरे दिन की बैठक निर्धारित हैं, जो हमारी यात्रा का अंतिम पड़ाव है.”

थरूर ने इस यात्रा के महत्व के बारे में बताते हुए कहा, “ब्राजील इस क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति है. यह हमारा एक ब्रिक्स साझेदार है और हमारे संबंधों को 2006 में रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था. हालांकि ब्राजील वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य नहीं है, लेकिन हमने महसूस किया कि आतंकवाद पर हमारी स्थिति से उन्हें पूरी तरह अवगत रखना और बातचीत के हमारे खुले चैनलों को जारी रखना महत्वपूर्ण है.”

कांग्रेस सांसद ने पूर्व पड़ावों पर प्रतिनिधिमंडल के स्वागत पर भी विचार किया तथा भारत की स्थिति के प्रति व्यापक समझ और समर्थन का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, “सुरक्षा परिषद के सदस्य गुयाना और पनामा में प्रतिक्रिया बहुत सकारात्मक रही है. आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई के लिए जबरदस्त समझ और एकजुटता थी.”

थरूर ने बताया कि कोलंबिया में प्रतिनिधिमंडल ने सरकार को सफलतापूर्वक उस पूर्व वक्तव्य को वापस लेने के लिए राजी कर लिया, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय पक्ष को स्वीकार किए बिना पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति व्यक्त की गई थी.

उन्होंने कहा, “हमने सरकार और संसद से मुलाकात की. उन्होंने बयान में सुधार किया और इसके स्थान पर भारत के प्रति समर्थन का एक मजबूत संदेश कार्यपालिका की ओर से और विशेष रूप से विधायिका की ओर से जारी किया.”

ब्राजील में अपने प्रवास के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल कई प्रमुख ब्राजील नेताओं और सांसदों के साथ बैठक करेगा. सूची में राष्ट्रपति के मुख्य सलाहकार राजदूत सेल्सो अमोरिम, विदेश मामलों की महासचिव राजदूत मारिया लौरा दा रोचा, ब्राजील की सीनेट में भारत-ब्राजील मैत्री मोर्चे के प्रमुख सीनेटर नेल्सन ट्रैड और ब्राजील के चैंबर ऑफ डेप्युटीज की विदेश मामलों और राष्ट्रीय रक्षा संबंधी समिति के अध्यक्ष संघीय उप फिलिप बरोज शामिल हैं.

थरूर के अलावा प्रतिनिधिमंडल में सांसद शांभवी (लोक जनशक्ति पार्टी – राम विलास), सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), मिलिंद मुरली देवड़ा (शिवसेना), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा) और तेजस्वी सूर्या (भाजपा) शामिल हैं. राजदूत तरनजीत सिंह संधू इस दल के साथ हैं.

यह यात्रा पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद के संबंध में अंतरराष्ट्रीय आम सहमति और जवाबी रणनीति बनाने की भारत की कूटनीतिक रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

एएसएच/एएस

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