नई दिल्ली, 20 अप्रैल . ब्राह्मण रक्षा मंच ने रविवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हाल ही में रिलीज होने वाली बॉलीवुड फिल्म फुले में ब्राह्मण और पंडितों के चरित्र को गलत तरीके से पेश करने पर आपत्ति जताई. उन्होंने उसे बैन करने की मांग की.
ब्राह्मण रक्षा मंच ने हाल ही रिलीज होने वाली फिल्म फुले पर सरकार से रोक लगाने की मांग की. उन्होंने फिल्म के जरिए पंडितों और ब्राह्मणों को अपमानित करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म में ब्राह्मण पंडितों के चरित्र को इस तरह से पेश किया गया है, जैसे कि वो देश के बड़े विलेन हों.
ब्राह्मण रक्षा मंच के सदस्य ने कहा, “बॉलीवुड के फिल्म मेकर अपनी फूहड़ता से बाज आए क्योंकि सभी धर्मों का सम्मान आवश्यक है. सेंसर बोर्ड से भी अपील है कि वो इसका संज्ञान ले और फिल्म फुले की रिलीज को तुरंत रोके.”
उन्होंने कहा, “अनुराग कश्यप के विवादित बयान के बाद से ब्राह्मण समाज काफी गुस्से में है और वह उनकी फिल्म फुले को बॉयकॉट करेगा. हम चुप नहीं बैठेंगे और हमारा विरोध जारी रहेगा, अनुराग कश्यप को अकल सिखाने का काम करेंगे. फुले फिल्म के निर्माता और अनुराग कश्यप से तुरंत माफी मांगने की भी मांगनी चाहिए.”
बता दें कि यह विवाद बुधवार को तब शुरू हुआ जब अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पर एक यूजर को जवाब देते हुए ब्राह्मणों को लेकर बेहद शर्मनाक बात लिखी, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा और लोगों ने उनकी आलोचना की.
यह विवाद उनके आगामी फिल्म ‘फुले’ के इर्द-गिर्द भी घूम रहा है, जो जाति और लैंगिक भेदभाव पर आधारित है. पहले यह फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज और परशुराम आर्थिक विकास महामंडल की आपत्तियों के बाद इसे टाल दिया गया. सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ बदलाव सुझाएं, जिन्हें स्वीकार कर लिया गया है. अब यह फिल्म 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
–
एससीएच/
The post first appeared on .
You may also like
PSL 2025 में इस्लामाबाद यूनाइटेड की आंधी, शादाब खान कप्तानी में लगाया जीत चौका
ऐश्वर्या और अभिषेक बच्चन की शादी की 18वीं सालगिरह पर खास तस्वीर
नर्मदापुरम में मां-बेटी की हत्या, घर की दहलीज पर कुल्हाड़ी से किया हमला
मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 9 विकेट से हराया, लगाई जीत की हैट्रिक
'रेड 2' की सह-कलाकार ने कहा, 'अजय और रितेश देशमुख के साथ काम करना था विशेष'