Lucknow, 3 सितंबर . उत्तर प्रदेश सरकार इस वर्ष भी अयोध्या में दीपावली को भव्य रूप देने के लिए ‘दीपोत्सव 2025’ का आयोजन करने जा रही है. इस अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा एक भव्य एरियल ड्रोन शो आयोजित किया जाएगा. रामनगरी के आसमान में 1,000 से अधिक रंग-बिरंगे ड्रोन एक साथ उड़ान भरकर भक्ति, अध्यात्म और आधुनिकता का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करेंगे.
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि ड्रोन शो दीपोत्सव की आध्यात्मिक भव्यता को और भी आकर्षक बनाएगा. पिछले वर्ष से भव्य दीपोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं.
उन्होंने बताया कि अयोध्या में 19 अक्टूबर को भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर रामनगरी लाखों दीयों की रोशनी से आलोकित होगी. भव्य आयोजन का उद्देश्य भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन की पौराणिक स्मृतियों को जीवंत करना है. इसके तहत पूरे नगर को आकर्षक रोशनी से सजाया जाएगा और सरयू नदी के घाटों पर लाखों दीप प्रज्वलित होंगे. दीपोत्सव में शोभायात्रा के साथ विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और धार्मिक आयोजन भी होंगे, जो आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करेंगे.’
मंत्री जयवीर ने बताया कि अयोध्या में इस बार होने वाले दीपोत्सव में दर्शकों को भव्य एरियल ड्रोन शो का दिव्य अनुभव मिलेगा. लगभग 15 मिनट तक चलने वाले इस शो में 1,000 से अधिक मेड इन इंडिया ड्रोन रामायण की पौराणिक एवं आध्यात्मिक गाथा को कलात्मक रूप में प्रस्तुत करेंगे. ड्रोन शो में प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्राओं का सजीव चित्रण होगा. ड्रोन शो को और आकर्षक बनाने के लिए लेजर लाइट्स, वॉयस ओवर और संगीतमय नैरेशन का विशेष संयोजन किया जाएगा, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगा.
ज्ञात कि, दीपोत्सव-2024 में 500 ड्रोन के जरिए भव्य एरियल ड्रोन शो का आयोजन हुआ था, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया था.
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ”अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार ही ड्रोन शो का आयोजन होगा. प्रभु रामलला के भव्य मंदिर में विराजित होने के बाद दूसरी बार आयोजित होने जा रहे दीपोत्सव कार्यक्रम को भव्य और सुंदर बनाने के लिए पर्यटन विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा. दीपोत्सव कार्यक्रम से पूर्व ड्रोन शो का रिहर्सल भी किया जाएगा, जिससे ड्रोन शो के सही क्रम को परखा जाएगा. राम की पैड़ी पर इस ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा.”
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ”अयोध्या दीपोत्सव केवल प्रदेश ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत की आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता का विश्वस्तरीय प्रतीक बन चुका है. प्रभु श्रीराम की नगरी में दीपोत्सव का यह पर्व हमारे लिए गर्व का अवसर है, जहां परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. दीपों की यह श्रृंखला न केवल श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कराती है, बल्कि ‘विश्व बंधुत्व’ और ‘सबका साथ-सबका विश्वास’ का संदेश भी देती है.”
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ”दीपोत्सव हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को प्रदर्शित करने का अवसर है. इस वर्ष अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव को पिछले वर्षों की तुलना में और भी भव्य बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. विभाग का प्रयास है कि यह आयोजन न केवल देशवासियों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के पर्यटकों के लिए भी एक यादगार अनुभव बने.”
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विकेटी/एसके
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