रसायन विज्ञान को अक्सर एक कठिन विषय माना जाता है, विशेषकर छात्रों के लिए जो JEE Mains और NEET की तैयारी कर रहे हैं। इस विषय को समझना कई बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता और निराशा का सामना करना पड़ता है।
जगदलपुर की पूनिमा सरोज ने बच्चों को रसायन विज्ञान को सरलता से समझाने के लिए कुछ प्रयोग किए हैं। उनके मार्गदर्शन में कई छात्रों ने NEET और JEE Mains में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा, कई छात्र रसायन विज्ञान के शिक्षक और प्रोफेसर भी बन गए हैं। पूनिमा सरोज पहले एक रसायन विज्ञान व्याख्याता रह चुकी हैं और वर्तमान में धनपुंजी सरकारी उच्च विद्यालय की प्राचार्य हैं।
पूनिमा सरोज का मानना है कि रसायन विज्ञान इतना कठिन नहीं है, बल्कि यह समझने के तरीके पर निर्भर करता है। बच्चे कुछ विषयों को खेल-खेल में भी समझ सकते हैं, जैसे कि परमाणु संरचना, इसके घटक, निर्माण प्रक्रिया, न्यूट्रॉनों के चार्ज और उनके स्थान। यदि बच्चे सभी मूल बातें याद रखते हैं, तो वे परीक्षा में आसानी से पास हो सकते हैं। समूह बनाकर खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना भी उनकी याददाश्त को मजबूत कर सकता है। इसका सूत्र 2n² है, जिसे बच्चे इस सूत्र का उपयोग करके याद कर सकते हैं।
पूनिमा सरोज आगे बताती हैं कि उन्होंने कई प्रयोगों के माध्यम से बच्चों को रसायन विज्ञान को समझाने के तरीके सिखाए हैं। आवर्त सारणी को याद करना बहुत कठिन होता है, लेकिन उन्होंने इसे मॉडल और कोड शब्दों का उपयोग करके समझाने की एक विधि विकसित की है। उदाहरण के लिए, पहले पंक्ति को याद करने के लिए वह "एलीना की प्रार्थना भगवान से" वाक्य का उपयोग करती हैं। इसमें H का मतलब हाइड्रोजन और L का मतलब लिथियम है। इस तरह के शब्द बनाकर बच्चे रासायनिक सूत्रों को याद कर सकते हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
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