हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से राज्य के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर हालात बिगाड़ दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मनाली, कांगड़ा और चंबा में भारी से तबाही हुई है, कई नेशनल हाईवे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने इसके लिए जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग को जिम्मेदार बताते हुए केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग दोहराई।
इन जिलों में है रेड अलर्ट#WATCH | Chandigarh | Regarding the flood situation in Himachal Pradesh, CM Sukhwinder Singh Sukhu says, "There has been heavy rainfall in several districts of Himachal Pradesh. There has been a lot of destruction in Manali, Kangra and Chamba. National Highways are severely… pic.twitter.com/vKteNxrsJ6
— ANI (@ANI) August 27, 2025
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल के चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। कुछ अन्य जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और गैर-जरूरी यात्रा टालने की अपील की है।
लगातार बारिश, भूस्खलन और रास्तों पर मलबा गिरने के चलते चंबा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मणिमहेश यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है। प्रशासन ने इसे यात्रियों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य कदम बताया है। इस बीच यात्रा मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मौत की खबर भी आई, जिसके बाद सुरक्षा प्रबंध और कड़े किए गए हैं।
प्रदेशभर में सैकड़ों सड़कें बंद हैं। कई पुल और ढांचों को नुकसान पहुंचा। NH-3 (कुल्लू–मनाली सेक्शन) समेत प्रमुख मार्गों पर भूस्खलन और कटाव से यातायात ठप रहा। कुछ जगहों पर सड़कें धंसने और किनारों के बह जाने की रिपोर्ट है। यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने और प्रशासनिक सलाह का पालन करने को कहा गया है।
मंडी और कुल्लू-मनाली बेल्ट में ब्यास नदी का जलस्तर उफान पर है। ड्रोन, ग्राउंड से आई तस्वीरों में नदी किनारे ढांचे और दुकानों के बहने की घटनाएं सामने आईं। मनाली में एक मशहूर रेस्तरां का बड़ा हिस्सा पानी में समा गया। यह हालात बताते हैं कि नदी तटीय इलाकों में खतरा अभी टला नहीं है।

भारी बारिश के चलते कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। बिजली-पानी की आपूर्ति और संचार सेवाओं पर भी असर पड़ा है। जिला प्रशासन, SDRF, NDRF और लोक निर्माण विभाग की टीमें राहत और बहाली के काम में जुटी हुई हैं।
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