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अब ट्रैफिक चालान से मिलेगी राहत! मोबाइल की ये सेटिंग देगी पुलिस और कैमरे का अलर्ट

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सड़कों पर बेफिक्र होकर गाड़ी चलाना अब और भी आसान हो गया है। सरकार के नियमों का पालन करना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है यह जानना कि आप कहां नियम तोड़ने की कगार पर हैं। ऐसे में एक खास मोबाइल सेटिंग आपकी जेब से निकलने वाले अनचाहे ई-चालानों से बचा सकती है।

टेक्नोलॉजी के इस दौर में जहां हर चीज स्मार्ट होती जा रही है, वहीं ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए भी स्मार्ट कैमरा, AI-सक्षम ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम और डिजिटल चालान सिस्टम सक्रिय हो गए हैं। इसी के बीच, Google Maps और कुछ अन्य एप्लिकेशन ऐसी सुविधाएं देने लगे हैं, जो ट्रैफिक अलर्ट पहले ही यूजर्स को भेज देती हैं।

क्या है ये मोबाइल सेटिंग?

अगर आप Google Maps का इस्तेमाल करते हैं तो आपने नोटिस किया होगा कि जब आप किसी रास्ते पर गाड़ी लेकर निकलते हैं, तो ऐप कुछ जगहों पर “Speed Camera Ahead” या “Police Reported Ahead” जैसे अलर्ट देता है। यह फीचर, जिसे Speed Trap Alert कहा जाता है, पहले विदेशों में लोकप्रिय था, लेकिन अब भारत में भी यह धीरे-धीरे एक्टिव हो रहा है।

आपको बस इतना करना है:

Google Maps खोलें।

“Settings” में जाएं।

“Navigation Settings” पर टैप करें।

“Speed Limits” और “Driving Notifications” को ON करें।

इसके बाद जब भी आप किसी ऐसे रास्ते पर होंगे जहां स्पीड कैमरा या ट्रैफिक पुलिस की तैनाती है, आपको पहले से अलर्ट मिल जाएगा।

किस प्रकार करता है काम?

यह फीचर क्राउड-सोर्सिंग के आधार पर काम करता है। यानी यदि किसी यूजर ने किसी स्थान पर पुलिस या कैमरा देखा और रिपोर्ट किया, तो उसी रूट पर आने वाले अन्य यूजर्स को वहां के बारे में अलर्ट मिल जाता है।

इसके क्या हैं फायदे?

अनजाने में चालान कटने से बचाव

स्पीड लिमिट का पालन करने में मदद

सुरक्षित ड्राइविंग की आदत को बढ़ावा

ट्रैफिक से जुड़ी जानकारी रीयल टाइम में मिलती है

ये अलर्ट नियम तोड़ने की छूट नहीं

ध्यान रहे, यह फीचर कानून तोड़ने के लिए नहीं है, बल्कि नियमों के पालन में सहायता के लिए है। यह यूजर्स को सजग बनाता है कि वे कहां तेज गति से गाड़ी चला रहे हैं या कहां विशेष निगरानी है, ताकि वे सतर्क हो जाएं।

पुलिस और RTO का रुख

ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यदि ऐसे टेक्नोलॉजी फीचर्स से लोग अधिक नियमों का पालन करते हैं, तो इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इससे सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी और जनता अधिक जागरूक होगी।

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