बदलता मौसम, बढ़ता प्रदूषण और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता — ये सभी बच्चों में खांसी का प्रमुख कारण बनते हैं। अकसर देखा जाता है कि बच्चे बार-बार खांसी से पीड़ित होते हैं, जिससे उनका न सिर्फ खानपान और नींद प्रभावित होती है, बल्कि अभिभावकों की चिंता भी बढ़ जाती है। हालांकि बाजार में कई कफ सिरप उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार हल्की खांसी के लिए घरेलू नुस्खे अधिक प्रभावी और सुरक्षित साबित होते हैं।
यहां हम बता रहे हैं ऐसे 5 घरेलू उपाय, जो बच्चों की खांसी को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
1. शहद और तुलसी का मिश्रण
शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, वहीं तुलसी गले की सूजन और संक्रमण को कम करती है। पांच से सात तुलसी के पत्तों को उबालकर उसके रस में एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चे को दिन में दो बार दें। ध्यान रखें कि शहद एक साल से छोटे बच्चों को न दें।
2. अजवाइन का भाप लेना
अजवाइन (ओमम) की तीखी सुगंध श्वसन तंत्र को साफ करने में मदद करती है। एक साफ कपड़े में थोड़ी सी अजवाइन बांधकर हल्का गर्म करें और बच्चे के तकिए के पास रखें। इससे बंद नाक और गले की तकलीफ में राहत मिलती है। यदि बच्चा बड़ा है, तो हल्का भाप लेना भी मददगार हो सकता है।
3. हल्दी वाला दूध
हल्दी में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रात में सोने से पहले गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर देने से गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है।
4. अदरक और शहद
अदरक का रस खांसी में अत्यंत लाभकारी माना जाता है। अदरक के रस की कुछ बूंदों में शहद मिलाकर देने से गले की खुजली और सूखी खांसी में राहत मिलती है। दिन में 2 से 3 बार यह उपाय किया जा सकता है (1 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए)।
5. गुनगुने पानी का सेवन
खांसी के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। बच्चों को समय-समय पर हल्का गुनगुना पानी पिलाते रहें। इससे गले की नमी बनी रहती है और खांसी की तीव्रता कम होती है।
कुछ जरूरी सावधानियां:
अगर खांसी एक हफ्ते से अधिक समय तक बनी रहे या सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों को धूल, धुएं और ठंडी चीजों से बचाएं।
घरेलू नुस्खे तब ही दें, जब बच्चा उनकी उम्र के अनुसार उन्हें पचा सके।
हर उपाय से पहले एक बार बाल रोग विशेषज्ञ से राय लेना उचित होता है।
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