बर्लिन: जर्मनी में रविवार को बड़ा रेल हादसा हुआ है। दक्षिणी जर्मनी में एक यात्री ट्रेन के पटरी से उतर जाने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने कहा कि म्यूनिख से 158 किलोमीटर (98 मील) पश्चिम में रीडलिंगन के पास ये दुर्घटना हुई। तेज बारिश और तूफान को हादसे की वजह माना जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी दुर्घटना के कारणों की जांच जारी होने की बात कही है।
रेल हादसे के बाद घटनास्थल की तस्वीरों में ट्रेन के कई डिब्बे पलटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनसे बचावकर्मी यात्रियों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे ये साफ है कि हादसा काफी भयावह था। अब तक तीन मौतों की पुष्टि अधिकारियों ने की है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग घायल हैं।
जंगल के इलाके में हादसास्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, ये हादसा रविवार शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर हुआ। एक जंगली इलाके में ट्रेन के कम से कम दो डिब्बे पटरी से उतरे। इस ट्रेन में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे। दुर्घटना से पहले इलाके में तूफान आया था। ऐसे में जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या बारिश ही इस हादसे का कारण बनी है।
बाडेन वुर्टेनबर्ग राज्य के गृह मंत्री थॉमस स्ट्रोबल ने हादसे के बाद अपने बयान में कहा, 'यहां भारी बारिश हुई है। इसलिए इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि भारी बारिश और भूस्खलन रेल दुर्घटना इसका कारण रही होगी। हालांकि अभी तक यह जांच का विषय है।'
रेलवे कंपनी का आया बयानजर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करते हैं और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
जर्मनी की प्रमुख राष्ट्रीय रेलवे ऑपरेटर कंपनी डॉयचे बान ने हादसे पर दुख जताते हुए अपने बयान में कहा कि वह जांचकर्ताओं के साथ सहयोग कर रही है। कंपनी ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
रेल हादसे के बाद घटनास्थल की तस्वीरों में ट्रेन के कई डिब्बे पलटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनसे बचावकर्मी यात्रियों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे ये साफ है कि हादसा काफी भयावह था। अब तक तीन मौतों की पुष्टि अधिकारियों ने की है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग घायल हैं।
जंगल के इलाके में हादसास्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, ये हादसा रविवार शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर हुआ। एक जंगली इलाके में ट्रेन के कम से कम दो डिब्बे पटरी से उतरे। इस ट्रेन में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे। दुर्घटना से पहले इलाके में तूफान आया था। ऐसे में जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या बारिश ही इस हादसे का कारण बनी है।
बाडेन वुर्टेनबर्ग राज्य के गृह मंत्री थॉमस स्ट्रोबल ने हादसे के बाद अपने बयान में कहा, 'यहां भारी बारिश हुई है। इसलिए इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि भारी बारिश और भूस्खलन रेल दुर्घटना इसका कारण रही होगी। हालांकि अभी तक यह जांच का विषय है।'
रेलवे कंपनी का आया बयानजर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करते हैं और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
जर्मनी की प्रमुख राष्ट्रीय रेलवे ऑपरेटर कंपनी डॉयचे बान ने हादसे पर दुख जताते हुए अपने बयान में कहा कि वह जांचकर्ताओं के साथ सहयोग कर रही है। कंपनी ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
You may also like
फूफा मेरी जान! फिर शादी के 34वें दिन पति की हत्या, 15 साल वाला राज़ भी बेपर्दा
लोक सभा में हंगामा, राजस्थान का झालावाड़ स्कूल त्रासदी मामले ने ऐसे पकड़ा यहां तूल
राजस्थान: 1 हजार किमी का सफर कर गंगोत्री से लाए गंगाजल, सावन में भगवान शिव के लिए की गई भक्ति अनूठी
सुप्रिया सुले ने पीएम मोदी को सराहा, किरेन रिजिजू ने कहा, 'यह लोकतंत्र की खूबसूरती है'
बंगाल पुनर्जागरण के युगपुरुष ईश्वर चंद्र विद्यासागर, रूढ़िवादी कुरीतियों के खिलाफ उठाई आवाज