नई दिल्ली: 15 दिसंबर 2024 की तारीख थी और बेंगलुरु का एम चिन्नास्वामी स्टेडियम। दो कप्तान श्रेयस अय्यर और रजत पाटीदार टॉस के लिए आए। टॉस का सिक्का श्रेयस अय्यर के पक्ष में गिरा। उन्होंने रजत पाटीदार की टीम से बैटिंग करने को कहा। रजत पाटीदार ने 200 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 81 रन ठोके। इसके बाद भी श्रेयस अय्यर की टीम ने लक्ष्य हासिल कर लिया और भारत के प्रमुख टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी अपने नाम कर ली। रजत पाटीदार मध्य प्रदेश तो श्रेयस अय्यर मुंबई की कप्तानी कर रहे थे।
आईपीएल फाइनल में पाटीदार ने अय्यर को रोका
आईपीएल के फाइनल में भी श्रेयस अय्यर और रजत पाटीदार की ही भिड़ंत हुई। अय्यर पंजाब किंग्स तो पाटीदार आरसीबी की कमान संभाल रहे थे। यहां भी टॉस का सिक्का श्रेयस अय्यर के पक्ष में गिरा। उन्होंने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। रजत पाटीदार की टीम ने 190 रन बनाए। पिच और परिस्थिति को देखते हुए टारगेट आसान लग रहा था। श्रेयस अय्यर की टीम ने शुरुआत भी अच्छी की लेकिन इसके बाद भी रजत पाटीदार का बदला पूरा हो गया। पंजाब किंग्स 184 रन ही बना पाई और आरसीबी ने खिताब जीत लिया।
पाटीदार का बदला पूरा हो गया
श्रेयस अय्यर के लिए पीछे 15 महीने किसी सपने की तरह रहे हैं। वह मुंबई के लिए खेलते हुए रणजी ट्रॉफी जीते। फिर आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इसके बाद ईरानी कप और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब जीता। चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। अय्यर का बल्ला आग उगल रहा था। इसके बाद लग रहा था कि आईपीएल 2025 के फाइनल में भी ऐसा होगा। लेकिन रजत पाटीदार ने बदला लेते हुए अय्यर का सपना तोड़ दिया।
आरसीबी की पहली आईपीएल ट्रॉफी
आरसीबी ने इसी सीजन की शुरुआत में रजत पाटीदार को अपना कप्तान बनाया था। अपने पहले ही सीजन में उन्होंने टीम को चैंपियन बना दिया। 13 मैचों में पाटीदार ने आरसीबी की कप्तानी की और टीम को 10 जीत मिली। इंजरी की वजह से दो मैचों में कप्तानी नहीं कर पाए थे। उनकी जगह जितेश शर्मा ने जिम्मेदारी संभाली
आईपीएल फाइनल में पाटीदार ने अय्यर को रोका
आईपीएल के फाइनल में भी श्रेयस अय्यर और रजत पाटीदार की ही भिड़ंत हुई। अय्यर पंजाब किंग्स तो पाटीदार आरसीबी की कमान संभाल रहे थे। यहां भी टॉस का सिक्का श्रेयस अय्यर के पक्ष में गिरा। उन्होंने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। रजत पाटीदार की टीम ने 190 रन बनाए। पिच और परिस्थिति को देखते हुए टारगेट आसान लग रहा था। श्रेयस अय्यर की टीम ने शुरुआत भी अच्छी की लेकिन इसके बाद भी रजत पाटीदार का बदला पूरा हो गया। पंजाब किंग्स 184 रन ही बना पाई और आरसीबी ने खिताब जीत लिया।
पाटीदार का बदला पूरा हो गया
श्रेयस अय्यर के लिए पीछे 15 महीने किसी सपने की तरह रहे हैं। वह मुंबई के लिए खेलते हुए रणजी ट्रॉफी जीते। फिर आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इसके बाद ईरानी कप और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब जीता। चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। अय्यर का बल्ला आग उगल रहा था। इसके बाद लग रहा था कि आईपीएल 2025 के फाइनल में भी ऐसा होगा। लेकिन रजत पाटीदार ने बदला लेते हुए अय्यर का सपना तोड़ दिया।
आरसीबी की पहली आईपीएल ट्रॉफी
आरसीबी ने इसी सीजन की शुरुआत में रजत पाटीदार को अपना कप्तान बनाया था। अपने पहले ही सीजन में उन्होंने टीम को चैंपियन बना दिया। 13 मैचों में पाटीदार ने आरसीबी की कप्तानी की और टीम को 10 जीत मिली। इंजरी की वजह से दो मैचों में कप्तानी नहीं कर पाए थे। उनकी जगह जितेश शर्मा ने जिम्मेदारी संभाली
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