मुंबई: मुंबई-अहमदबाद हाईवे पर मीरा भाईंदर की सीमा पर स्थित दहिसर टोल नाके को लेकर घमासान जारी है। पिछले दिनों महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के दखल के बाद टोल नाके को आगे शिफ्ट करने का ऐलान हुआ था। इसमें यह तय हुआ था कि टोल नाके को उत्तर की दिशा में दो किमी आगे वर्सोवा ब्रिज की तरफ शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन अभी तक यह घोषण परवान नहीं चढ़ पाई है। इस मामले में तमाम बयानबाजी के बीच अब एक नया अपडेट सामने आया है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अगुवाई वाली सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्रालय में आधीन आने वाले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) को पत्र लिखा है। इसमें एनएचएआई ने कहा हैकि केवल सामान्य प्रस्ताव नहीं, बल्कि पूरी विस्तृत योजना सौंपे। एमएसआरडीसी ने भी गेंद एनएचएआई के पाले में डालते हुए अनुरोध किया है कि नए टोल प्लाजा के लिए उपयुक्त जगह की पहचान करने में मदद की जाए। पहले यह भी कहा गया था कि एनएचएआई ने शिफ्ट करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
NHAI Vs MSRDC के बीच लिखापढ़ी
दरअसल हाल ही में एमएसआरडीसी ने ठाणे स्थित एनएचएआई कार्यालय को चिट्ठी लिखकर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे (एनएच-48) पर एक नया स्थान सुझाने को कहा था. योजना तभी आगे बढ़ेगी जब एनएचएआई उस जगह को मंजूरी देगा। इससे पहले सितंबर में, एमएसआरडीसी ने टोल नाका को वसई-विरार महानगरपालिका के क्षेत्र में ले जाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उसमें नए स्थान का नाम या तकनीकी विवरण नहीं दिए गए थे. साथ ही विविएमसी क्षेत्र के स्थानीय नागरिको ने विरोध भी जताया था। अब भी यह टोल जिस जगह पर उससे भारी जाम लगता है। इसको देखते हुए इसे आगे भेजने पर सहमति बनी थी। बीच में सामने आया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन ने सुझाव दिया है कि पुराने ऑक्ट्रोए नाका की 16,000-20,000 वर्ग मीटर की खाली जमीन का इस्तेमाल अस्थायी टोल नाका के तौर पर किया जा सकता है. उनका कहना है कि यह व्यवस्था तब तक रहे, जब तक सरकार भारी वाहनों से टोल वसूली जारी रखने पर कोई अंतिम फैसला नहीं ले लेती।
प्रताप सरनाईक ने बताई हटने की तारीख
दहिसर टोल कब हटेगा? इस सवाल पर MSRDC और NHAI दोनों ने अधिकृत तौर पर कुछ भी नहीं कहा है, हालांकि फडणवीस सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने जरूर बड़ा बयान दिया है। सरनाईक ने कहा है कि दहिसर टोल नाका 8 नवंबर को स्थानांतरित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कुछ नेता नहीं चाहते कि इस टोल नाका को स्थानांतरित करने का श्रेय उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मंत्री सरनाईक को मिले, इसके लिए वे अपने अपने स्तर से प्रयासरत हैं, लेकिन दहिसर टोल नाका स्थानांतरित जरूर होगा। पिछले दिनों अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रदेश महासचिव और पूर्व पार्षद डॉ. आसिफ शेख ने यह मामला देवेंद्र फडसीएम ने णवीस के सामने भी उठाया था। तब सीएम ने एमएसआरडीसी और मुंबई निगम आयुक्त को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दहिसर टोल नाके को टोल नाके को वेस्टर्न होटल और घाेडबंदर के बीच स्थानांतरित करने की योजना है।
NHAI Vs MSRDC के बीच लिखापढ़ी
दरअसल हाल ही में एमएसआरडीसी ने ठाणे स्थित एनएचएआई कार्यालय को चिट्ठी लिखकर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे (एनएच-48) पर एक नया स्थान सुझाने को कहा था. योजना तभी आगे बढ़ेगी जब एनएचएआई उस जगह को मंजूरी देगा। इससे पहले सितंबर में, एमएसआरडीसी ने टोल नाका को वसई-विरार महानगरपालिका के क्षेत्र में ले जाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उसमें नए स्थान का नाम या तकनीकी विवरण नहीं दिए गए थे. साथ ही विविएमसी क्षेत्र के स्थानीय नागरिको ने विरोध भी जताया था। अब भी यह टोल जिस जगह पर उससे भारी जाम लगता है। इसको देखते हुए इसे आगे भेजने पर सहमति बनी थी। बीच में सामने आया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन ने सुझाव दिया है कि पुराने ऑक्ट्रोए नाका की 16,000-20,000 वर्ग मीटर की खाली जमीन का इस्तेमाल अस्थायी टोल नाका के तौर पर किया जा सकता है. उनका कहना है कि यह व्यवस्था तब तक रहे, जब तक सरकार भारी वाहनों से टोल वसूली जारी रखने पर कोई अंतिम फैसला नहीं ले लेती।
प्रताप सरनाईक ने बताई हटने की तारीख
दहिसर टोल कब हटेगा? इस सवाल पर MSRDC और NHAI दोनों ने अधिकृत तौर पर कुछ भी नहीं कहा है, हालांकि फडणवीस सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने जरूर बड़ा बयान दिया है। सरनाईक ने कहा है कि दहिसर टोल नाका 8 नवंबर को स्थानांतरित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कुछ नेता नहीं चाहते कि इस टोल नाका को स्थानांतरित करने का श्रेय उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मंत्री सरनाईक को मिले, इसके लिए वे अपने अपने स्तर से प्रयासरत हैं, लेकिन दहिसर टोल नाका स्थानांतरित जरूर होगा। पिछले दिनों अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रदेश महासचिव और पूर्व पार्षद डॉ. आसिफ शेख ने यह मामला देवेंद्र फडसीएम ने णवीस के सामने भी उठाया था। तब सीएम ने एमएसआरडीसी और मुंबई निगम आयुक्त को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दहिसर टोल नाके को टोल नाके को वेस्टर्न होटल और घाेडबंदर के बीच स्थानांतरित करने की योजना है।





