जयपुर: राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती को लेकर मचा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। सरकार की चुप्पी और नीतिगत असमंजस पर किरोड़ी लाल मीणा और हनुमान बेनीवाल के बाद राजस्थान कांग्रेस ने भी हमला तेज कर दिया है। सोमवार को जयपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान गोविंद डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर जमकर जुबानी तीर चलाए। साथ ही एसआई भर्ती मामले को लेकर उसकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। एसआई भर्ती रद्द करोगे या नहीं? डोटासरा ने कहा कि एसआई भर्ती का फैसला लेने में सरकार को डेढ़ साल लग गए, लेकिन अब तक यह तय नहीं हो सका कि भर्ती रद्द करनी है या बहाल रखनी है। उन्होंने पूछा कि 'क्या सरकार बताएगी कि एसआई भर्ती रद्द करोगे या नहीं? नहीं करोगे तो जॉइनिंग कब दोगे? अगर रद्द करोगे तो दोबारा परीक्षा कब होगी? और जो सही तरीके से चयनित हुए, उनके लिए क्या योजना है' ? उन्होंने तंज कसते हुए कहा—'इनकी सरकार राम भरोसे चल रही है, कोई पूछने वाला नहीं है। माफिया हावी हैं, लोग पीटे जा रहे हैं और सरकार दिल्ली-दर्शन में व्यस्त है।' इतनी निष्क्रिय, निर्लज्ज और निकम्मी सरकार : डोटासरा डोटासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इतनी निष्क्रिय, निर्लज्ज और निकम्मी सरकार राजस्थान के इतिहास में कभी नहीं आई।’उन्होंने आरोप लगाया कि ब्यूरोक्रेसी और बीजेपी नेता दोनों हाथों से लूट में लगे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार में जो 800 जनहितकारी काम शुरू हुए थे, इस सरकार ने डेढ़ साल से उनकी समीक्षा के नाम पर फाइलों को धूल चटाई है। ‘पर्ची दिल्ली से नहीं आई, इसलिए फैसला नहीं हो रहा’डोटासरा ने सीधा आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री किसी निर्णय की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे क्योंकि ‘पर्ची ऊपर से यानी दिल्ली से नहीं आई है।’ उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘जब तक दिल्ली से आदेश नहीं आते, ये कोई फैसला नहीं करते।’पंचायत परिसीमन और सीवरेज सफाई पर भी सरकार पर सवालडोटासरा ने हाईकोर्ट द्वारा पंचायत परिसीमन पर लगाए गए स्टे का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ये पहली बार है जब किसी सरकार के राजनीतिक दुर्भावना से किए गए परिसीमन पर न्यायालय ने रोक लगाई है।साथ ही जयपुर में ज्वेलरी फैक्ट्री के सेप्टिक टैंक में चार मौतों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार ने रोबोटिक मशीनें खरीदी थीं। इस सरकार ने उन्हें गायब कर दिया। यही है इनकी संवेदनशीलता।’ सेना के शौर्य पर राजनीति का आरोपडोटासरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि वे सेना के शौर्य के पीछे छुपकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "जब युद्ध चल रहा था, तब कांग्रेस ने तिरंगा यात्रा निकाली थी, ताकि सेना का मनोबल बढ़े। और अब जब सीजफायर ट्रंप के दबाव में किया गया, तो संसद को तक नहीं बताया गया।"
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