नई दिल्ली: दोपहिया और तिपहिया गाड़ियां बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो ने शुक्रवार को अपना दूसरी तिमाही का रिजल्ट घोषित कर दिया। दूसरी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 53% बढ़कर 2,122 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह 1,385 करोड़ रुपये था। इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19% बढ़कर 15,735 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में यह 13,247 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि उसका रेवेन्यू 15,000 करोड़ रुपये के पार जाकर एक नया रिकॉर्ड बना है। इस दौरान कंपनी की महंगी गाड़ियों की ज्यादा बिक्री हुई और साथ ही स्पेयर पार्ट्स की सेल भी सबसे अच्छी रही।
कंपनी ने कहा कि उसके सभी बिजनेस अच्छा कर रहे हैं। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले इस तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 4% कम हुआ है। पिछली तिमाही में मुनाफा 2,210 करोड़ रुपये था। वहीं, इस तिमाही में रेवेन्यू पिछली तिमाही से 20% बढ़ा है। अप्रैल-जून 2026 की तिमाही में यह 13,133 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि उसका स्टैंडअलोन EBITDA पहली बार 3,000 करोड़ रुपये के पार गया है। EBITDA मार्जिन बढ़कर 20.5% हो गया है।
कंपनी की बिक्री
घरेलू मोटरसाइकिल सेगमेंट खासकर स्पोर्ट्स सेगमेंट में कंपनी की बिक्री बढ़ी है। बजाज ऑटो की घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री 5,96,576 यूनिट रही, जो पिछले साल की इसी अवधि के 6,36,801 यूनिट से 6% कम है। हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले यह 13% ज्यादा है। कमर्शियल वाहनों की बिक्री 1,44,217 यूनिट रही, जो पिछले साल की इसी अवधि के 1,39,910 यूनिट से 3% ज्यादा है।
इस दौरान निर्यात में 35% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 5,53,327 गाड़ियां एक्सपोर्ट कीं, जो पिछले साल की इसी अवधि के 4,44,793 यूनिट से 24% ज्यादा है। पिछली तिमाही के मुकाबले निर्यात में 16% की बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.09% तेजी के साथ 8724.20 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 10,189.95 रुपये और न्यूनतम स्तर 7,088.25 रुपये है।
कंपनी ने कहा कि उसके सभी बिजनेस अच्छा कर रहे हैं। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले इस तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 4% कम हुआ है। पिछली तिमाही में मुनाफा 2,210 करोड़ रुपये था। वहीं, इस तिमाही में रेवेन्यू पिछली तिमाही से 20% बढ़ा है। अप्रैल-जून 2026 की तिमाही में यह 13,133 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि उसका स्टैंडअलोन EBITDA पहली बार 3,000 करोड़ रुपये के पार गया है। EBITDA मार्जिन बढ़कर 20.5% हो गया है।
कंपनी की बिक्री
घरेलू मोटरसाइकिल सेगमेंट खासकर स्पोर्ट्स सेगमेंट में कंपनी की बिक्री बढ़ी है। बजाज ऑटो की घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री 5,96,576 यूनिट रही, जो पिछले साल की इसी अवधि के 6,36,801 यूनिट से 6% कम है। हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले यह 13% ज्यादा है। कमर्शियल वाहनों की बिक्री 1,44,217 यूनिट रही, जो पिछले साल की इसी अवधि के 1,39,910 यूनिट से 3% ज्यादा है।
इस दौरान निर्यात में 35% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 5,53,327 गाड़ियां एक्सपोर्ट कीं, जो पिछले साल की इसी अवधि के 4,44,793 यूनिट से 24% ज्यादा है। पिछली तिमाही के मुकाबले निर्यात में 16% की बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.09% तेजी के साथ 8724.20 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 10,189.95 रुपये और न्यूनतम स्तर 7,088.25 रुपये है।





