क्या आप भी वजन को लेकर थक चुके हैं? लाख कोशिशों के बाद भी वही बढ़ी हुई कमर, वही जिद्दी चर्बी! डाइटिंग से भूख मिटे नहीं और वर्कआउट से थकावट बढ़ जाए—फिर भी नतीजा ज़ीरो? अगर हर नया नुस्खा सिर्फ मायूसी देता है, तो अब वक्त है एक ऐसा तरीका अपनाने का जो आसान हो, असरदार हो और ज़िंदगी का हिस्सा बन सके बिना ज़्यादा मेहनत के।
Fdc (Ref) की एक रिसर्च के मुताबिक अपने डेली रूटीन में बढ़ाएं जुकिनी का सेवन ।ये कोई महंगा हेल्थ प्रोडक्ट नहीं, बल्कि एक सिंपल, हेल्दी और स्वादिष्ट हरी सब्ज़ी है जो गर्मियों में आपके वजन घटाने का राज़ बन सकती है। दिखने में खीरे जैसी, लेकिन असर में कमाल की! ये फाइबर से भरपूर सब्ज़ी न सिर्फ भूख को कंट्रोल करती है, बल्कि आपके पाचन को सुधारकर फैट बर्निंग प्रोसेस को नैचुरली तेज़ करती है। और सबसे बड़ी बात—कोई साइड इफेक्ट नहीं, कोई झंझट नहीं!
जब हर ओर से कोशिशें फेल हो जाएं, तो समाधान हमें वहीं मिलता है जहाँ हम सबसे कम उम्मीद करते हैं—अपने किचन में! जुकिनी को अपनी डेली डाइट में शामिल कर आप न सिर्फ वज़न घटा सकते हैं, बल्कि हेल्दी स्किन, एनर्जी और बेहतर मेटाबॉलिज्म भी पा सकते हैं। तो क्यों न इस गर्मी एक छोटा सा बदलाव लाएं, जो आपको एक बड़ी फिटनेस जर्नी की ओर ले जाए? (Photo Credit): iStock
जुकिनी क्या है और यह आपके वजन को कैसे घटा सकती है?
NIH (Ref) के मुताबिक जुकिनी एक हल्की और पानी से भरपूर हरी सब्ज़ी है, जिसे स्क्वैश फैमिली का हिस्सा माना जाता है। यह यूरोपीय देशों में खूब खाई जाती है, लेकिन अब भारत में भी हेल्थ कॉन्शियस लोग इसे पसंद करने लगे हैं। इसकी खास बात यह है कि इसमें बहुत कम कैलोरी होती है और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। जब आप जुकिनी खाते हैं, तो यह जल्दी पेट भरने का एहसास देती है जिससे आप ओवरईटिंग से बचते हैं।साथ ही, यह पाचन को दुरुस्त रखती है और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करती है। फाइबर और पानी की मौजूदगी आपके मेटाबॉलिज़्म को एक्टिव करती है, जिससे फैट बर्निंग प्रक्रिया तेज होती है। यानी जुकिनी धीरे-धीरे आपके वजन को नैचुरली घटाने में मदद करती है—बिना भूख लगने की चिंता के।
जुकिनी को अपनी डाइट में शामिल करने के आसान और स्वादिष्ट तरीके
जुकिनी का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट यह है कि यह हर तरह के खाने में घुल-मिल जाती है और स्वाद को बढ़ा देती है। इसे आप सलाद के रूप में कच्चा खा सकते हैं या फिर हल्का सा सॉते करके सूप, पास्ता या सब्ज़ी में मिला सकते हैं।सुबह नाश्ते में जुकिनी पराठा या जुकिनी ओट्स चीला बनाकर खाया जा सकता है। दोपहर या रात के खाने में इसे स्टीम करके दाल या ब्राउन राइस के साथ जोड़ा जा सकता है। लो-कार्ब खाना चाहते हैं तो जुकिनी नूडल्स (Zoodles) ट्राय करें।आप इसे ग्रिल करके स्नैक्स की तरह भी खा सकते हैं या मिक्स वेज में डालकर स्पाइसी ट्विस्ट दे सकते हैं। मतलब—सादगी के साथ स्वाद और सेहत, दोनों में संतुलन।
वजन घटाने के साथ-साथ और कौन-कौन से फायदे देती है जुकिनी?
जुकिनी केवल वजन घटाने में ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य सुधारने में मदद करती है। यह विटामिन A, C, और पोटैशियम का अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।जुकिनी आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक होती है क्योंकि इसमें बीटा-कैरोटीन पाया जाता है। यह दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करती है। डायबिटिक मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है।यह स्किन को क्लीन और हाइड्रेटेड रखती है और बालों के लिए भी उपयोगी है। एक सब्ज़ी, इतने फायदे—कह सकते हैं कि जुकिनी आपकी लाइफस्टाइल को 'हेल्दी अपग्रेड' देती है।
कब, कितना और कैसे खाएं जुकिनी

डॉ मंजरी चंद्रा, कंसलटेंट क्लिनिकल एंड फंक्शनल न्यूट्रिशन, मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति रोज़ाना 100–150 ग्राम जुकिनी खा सकता है, वो भी बिना किसी टेंशन के। इसे दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है, लेकिन लंच या डिनर में लेना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि उस वक्त डाइजेशन एक्टिव रहता है।अगर आप पहली बार खा रहे हैं, तो शुरुआत हल्के से करें—जैसे 50 ग्राम ग्रिल्ड जुकिनी या सूप में मिलाकर। जैसे-जैसे शरीर इसे अपनाता है, मात्रा बढ़ाई जा सकती है। कोशिश करें कि इसे कम से कम तेल और मसालों के साथ तैयार करें, ताकि इसके नैचुरल न्यूट्रिएंट्स बने रहें।जुकिनी को छीलने की ज़रूरत नहीं होती, बस अच्छे से धो लें और स्लाइस करके उपयोग करें। ज्यादा पकाने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं, इसलिए हल्का ही पकाएँ।
जुकिनी खाने में रखें ये सावधानियाँ ताकि फायदे ही फायदे मिलें
भले ही जुकिनी बेहद हेल्दी है, लेकिन कुछ छोटी सावधानियाँ रखना ज़रूरी है। सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि आप ऑर्गेनिक या बिना केमिकल्स वाली जुकिनी ही लें। अगर किसी को स्क्वैश या लौकी परिवार से एलर्जी है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।जुकिनी कच्ची खानी हो तो थोड़ी मात्रा में ही ट्राय करें, क्योंकि कुछ लोगों को इससे गैस या ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। साथ ही, बहुत अधिक मात्रा में खाने से इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ सकता है।पैकेज्ड जुकिनी प्रोडक्ट्स या प्रिज़र्व्ड आइटम्स से बचें, क्योंकि उनमें सोडियम और प्रिज़र्वेटिव्स ज्यादा होते हैं। हमेशा ताज़ी और नेचुरल जुकिनी ही इस्तेमाल करें ताकि आपको मिलें शुद्ध और सम्पूर्ण फायदे।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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