एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने भारत में अपने कदम रख दिए हैं। देश में सैटेलाइट इंटरनेट शुरू होने की दिशा में यह पहला बड़ा प्रयास है। स्टारलिंक ने मुंबई के अंधेरी ईस्ट में 1294 स्क्वॉयर फुट का ऑफिस लिया है। यह ऑफिस 5 साल के लिए लिया गया है। इसके साथ ही, कंपनी मुंबई में ही एक ट्रायल कर रही है, जिसमें स्टारलिंक की टेक्नॉलजी से आम लोगों और वीआईपी को रू-ब-रू करवाया जाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी मुंबई को हब बनाकर पूरे देश में ऑपरेट करने की तैयारी कर रही है। हाल ही में खबर आई थी कि देश के 9 शहरों में स्टारलिंक के अर्थ स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें लखनऊ, नोएडा, चंडीगढ़ जैसे शहर शामिल हैं।
पहली बार भारत में मौजूदगी भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू होने की कार्रवाई अभी तक कागजों और मंत्रालय तक सीमित थी। अब कंपनी ने औपचारिक मौजूदगी दर्ज करा दी है। रिपोर्टों के अनुसार, मुंबई में जिस जगह को ऑफिस के लिए किराये पर लिया गया है, उसका रेंट करोड़ों में है। इसके अलावा, मुंबई में ही 30 और 31 अक्टूबर को सैटेलाइट इंटरनेट का डेमो किया जा रहा है। कंपनी टेक्नॉलजी और सेफ्टी का प्रदर्शन करेगी। आम लोग और स्थानीय अधिकारी इसे देखेंगे। कहा जाता है कि स्टारलिंक के लिए यह ट्रायल अहम है, क्योंकि कंपनी लोगों के बीच अपने नेटवर्क को लेकर भरोसा जगाना चाहती है।
9 शहरों में अर्थ स्टेशन गेटवे स्टारलिंक के लिए मुंबई प्रमुख हब होगा। इसके अलावा, कंपनी 9 शहरों में अपने गेटवे स्टेशन बनाने की योजना पर काम कर रही है। ये गेटवे मुंबई के अलावा, नोएडा, चंडीगढ़, लखनऊ और कोलकाता जैसे शहरों में होंगे। इन गेटवे की मदद से स्टारलिंक पूरे देश में अपनी सेवाएं बेहतर तरीके से चला पाएगी।
कब लॉन्च होगा स्टारलिंक स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट की भारत में लॉन्च डेट अभी कन्फर्म नहीं है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत जनवरी-फरवरी में इसे शुरू किया जा सकता है। इस सर्विस के शुरू होने से भारत के उन इलाकों तक भी इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंच सकेगी जो अभी इंटरनेट से नहीं जुड़ पाए हैं।
कितना खर्च आएगा स्टारलिंक लगवाने में स्टारलिंक को लेकर तमाम लोग यह जानना चाहते हैं कि इसकी सर्विस का खर्च कितना होगा। बीते दिनों ईटी की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में स्टारलिंक का सबसे सस्ता प्लान 1 हजार रुपये से कम का हो सकता है। हालांकि इसकी किट की कॉस्ट अधिक हो सकती है और उसके लिए 30 से 40 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
पहली बार भारत में मौजूदगी भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू होने की कार्रवाई अभी तक कागजों और मंत्रालय तक सीमित थी। अब कंपनी ने औपचारिक मौजूदगी दर्ज करा दी है। रिपोर्टों के अनुसार, मुंबई में जिस जगह को ऑफिस के लिए किराये पर लिया गया है, उसका रेंट करोड़ों में है। इसके अलावा, मुंबई में ही 30 और 31 अक्टूबर को सैटेलाइट इंटरनेट का डेमो किया जा रहा है। कंपनी टेक्नॉलजी और सेफ्टी का प्रदर्शन करेगी। आम लोग और स्थानीय अधिकारी इसे देखेंगे। कहा जाता है कि स्टारलिंक के लिए यह ट्रायल अहम है, क्योंकि कंपनी लोगों के बीच अपने नेटवर्क को लेकर भरोसा जगाना चाहती है।
9 शहरों में अर्थ स्टेशन गेटवे स्टारलिंक के लिए मुंबई प्रमुख हब होगा। इसके अलावा, कंपनी 9 शहरों में अपने गेटवे स्टेशन बनाने की योजना पर काम कर रही है। ये गेटवे मुंबई के अलावा, नोएडा, चंडीगढ़, लखनऊ और कोलकाता जैसे शहरों में होंगे। इन गेटवे की मदद से स्टारलिंक पूरे देश में अपनी सेवाएं बेहतर तरीके से चला पाएगी।
कब लॉन्च होगा स्टारलिंक स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट की भारत में लॉन्च डेट अभी कन्फर्म नहीं है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत जनवरी-फरवरी में इसे शुरू किया जा सकता है। इस सर्विस के शुरू होने से भारत के उन इलाकों तक भी इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंच सकेगी जो अभी इंटरनेट से नहीं जुड़ पाए हैं।
कितना खर्च आएगा स्टारलिंक लगवाने में स्टारलिंक को लेकर तमाम लोग यह जानना चाहते हैं कि इसकी सर्विस का खर्च कितना होगा। बीते दिनों ईटी की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में स्टारलिंक का सबसे सस्ता प्लान 1 हजार रुपये से कम का हो सकता है। हालांकि इसकी किट की कॉस्ट अधिक हो सकती है और उसके लिए 30 से 40 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
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