Pakistan vs Israel: क्या पाकिस्तान गाजा में सेना भेजेगा? जानिए हकीकत और पाकिस्तानी अवाम का भ्रम
बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान में एक नया उबाल देखने को मिला है। सड़कों पर उतरी भीड़ मांग कर रही है कि सरकार गाजा में अपनी सेना भेजे और इजरायल से युद्ध छेड़े। सोशल मीडिया पर भी इसी को लेकर बहस चल रही है। लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या पाकिस्तान सच में इजरायल से लड़ने की स्थिति में है?
पाकिस्तानी अवाम की मांग – गाजा में तैनात हो सेना
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पाकिस्तान की संसद में फिलीस्तीन के समर्थन में प्रस्ताव पहले ही पारित किया जा चुका है
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इसके बाद अब सड़क पर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं
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लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि गाजा में सेना तैनात की जाए और इजरायल से सीधी भिड़ंत ली जाए
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विरोध-प्रदर्शन के साथ-साथ यहूदी ब्रांड्स के बहिष्कार की मुहिम भी तेज हो गई है
मूल समस्या क्या है?
पाकिस्तान के लोग फिलीस्तीन की स्थिति से भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस कर रहे हैं। उनका मानना है कि एक इस्लामिक देश होने के नाते पाकिस्तान की जिम्मेदारी बनती है कि वह मुस्लिम देशों के लिए खड़ा हो। लेकिन इस भावना से जुड़ा सवाल यह भी उठता है – क्या पाकिस्तान के पास इतनी आर्थिक और सामरिक क्षमता है?
आर्थिक तंगी से जूझता पाकिस्तान – क्या युद्ध संभव है?
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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भीषण संकट से गुजर रही है
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IMF से लगातार बेलआउट पैकेज मांगे जा रहे हैं
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फाइटर जेट उड़ाने के लिए तेल तक सीमित मात्रा में मौजूद है
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युद्ध जैसी स्थिति में भारी संसाधनों की जरूरत होती है, जो फिलहाल पाकिस्तान के पास नहीं है
यानी जब पेट्रोल, अनाज और रोज़मर्रा की जरूरतों के लिए जनता संघर्ष कर रही है, तो युद्ध छेड़ने की बात सिर्फ एक भावनात्मक उत्तेजना से अधिक कुछ नहीं।
इजरायल का बॉयकॉट – नुकसान किसका?
पाकिस्तानी लोग इजरायल के प्रोडक्ट्स का बॉयकॉट कर रहे हैं, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि:
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इजरायल या अमेरिका अपने उत्पाद पहले ही बेच चुके हैं
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बॉयकॉट से असल में नुकसान पाकिस्तानियों का ही हो रहा है, क्योंकि वे उन प्रोडक्ट्स को पहले ही खरीद चुके हैं
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यह केवल एक प्रतीकात्मक विरोध है जिसका कोई व्यावहारिक असर नहीं है
परमाणु शक्ति का दावा – हकीकत क्या है?
पाकिस्तानी नेतृत्व अक्सर परमाणु शक्ति की बात करता है, लेकिन:
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जिस तकनीक से पाकिस्तान ने परमाणु हथियार बनाए, वह स्वदेशी नहीं बल्कि अन्य देशों से हासिल की गई थी
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आर्थिक रूप से जर्जर स्थिति में परमाणु हथियार केवल प्रदर्शन की वस्तु बनकर रह जाते हैं
क्या पाकिस्तान इजरायल से युद्ध कर सकता है?
साफ तौर पर जवाब है – नहीं। न तो आर्थिक स्थिति इसकी इजाजत देती है और न ही सामरिक तैयारी। अब तक पाकिस्तान भारत के साथ चार युद्ध हार चुका है, ऐसे में एक आधुनिक और रणनीतिक रूप से शक्तिशाली देश इजरायल से टकराव वास्तविकता से कोसों दूर की बात है।
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