ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। वर्तमान में यह मीन राशि में स्थित है। बुध, जो मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है, व्यापार का कारक भी है। कन्या राशि में जन्मे व्यक्तियों को भगवान बुध की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिषी सलाह देते हैं कि बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए गणेश की पूजा करनी चाहिए।
बुध का गोचर और राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार, 11 अप्रैल को शाम 6:35 बजे बुध उत्तरभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह नक्षत्र आकाश में 27 नक्षत्रों में से 26वां है, जिसका स्वामी शनि है। बुध 27 अप्रैल तक इसी नक्षत्र में रहेगा, उसके बाद रेवती नक्षत्र में जाएगा।
वृष राशि पर प्रभाव
वृष राशि के लोगों के लिए बुध का उत्तरभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश लाभकारी साबित होगा। इस राशि के लिए बुध लाभ भाव में रहेगा, जिससे आर्थिक लाभ और हर क्षेत्र में सफलता की संभावना है। लंबे समय से रुका हुआ पैसा वापस मिलने की उम्मीद है और घर में सुख-शांति बनी रहेगी।
कन्या राशि पर प्रभाव
कन्या राशि के जातकों पर बुध की कृपा बरसने वाली है। व्यापार में लाभ की संभावना है और नए काम की शुरुआत हो सकती है। व्यवसाय में नए साझेदार मिलने से निवेश के लिए धन प्राप्त हो सकता है। कार्यस्थल पर पदोन्नति और वेतन में वृद्धि की भी संभावना है। परिवार के सदस्यों से सहयोग मिलेगा और आप संपत्ति खरीदने की योजना बना सकते हैं। हर बुधवार भगवान गणेश की पूजा करना न भूलें।
मीन राशि पर प्रभाव
वर्तमान में सूर्य और बुध मीन राशि में हैं। इनकी युति 13 अप्रैल तक रहेगी, जिससे मीन राशि के जातकों को जीवन में नए अवसर मिल सकते हैं। व्यापार या नौकरी से जुड़ी समस्याएं हल हो सकती हैं और अधूरे कार्य पूरे होंगे। आर्थिक लाभ की संभावना है और करियर में नई दिशा मिल सकती है। कार्यस्थल पर पदोन्नति की भी संभावना है, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें।
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