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आजकल पीठ दर्द आम हो गया है। घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना, गलत मुद्रा में बैठना, तनाव या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण अक्सर यह दर्द मामूली माना जाता है। हालाँकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कभी-कभी यह सिर्फ़ मांसपेशियों में दर्द नहीं, बल्कि शरीर में छिपी एक गंभीर बीमारी, पैंक्रियाज के कैंसर का संकेत होता है।
pancreas हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पाचन और शर्करा को नियंत्रित करने का काम करता है। अगर इस क्षेत्र में ट्यूमर बन जाता है, तो यह इसके पीछे की मांसपेशियों और नसों पर दबाव डालता है। जिसके कारण पीठ के बीचों-बीच या पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और सामान्य उपचारों से ठीक नहीं होता।
साधारण पीठ दर्द शारीरिक गतिविधि के साथ बढ़ता या घटता है, लेकिन कैंसर से संबंधित दर्द लगातार बना रहता है और लेटने पर बढ़ जाता है। इसके अलावा, अगर इस दर्द के साथ भूख न लगना, वजन कम होना, मतली, त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया), गहरे रंग का पेशाब और थकान जैसे लक्षण भी हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
pancreas के कैंसर का जल्दी पता चलने पर यह ज़्यादा प्रभावी होता है। इसलिए, अगर आपको लगातार, अनियमित पीठ दर्द की समस्या है, तो जाँच करवाना ज़रूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ करने से देर से निदान हो सकता है और इलाज के विकल्प कम हो सकते हैं। इसलिए, पीठ दर्द के मूल कारण को नज़रअंदाज़ किए बिना पहचानना, अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने का पहला कदम है।
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