इंटरनेट डेस्क। भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में गुरुवार शाम एक नेपाली स्नातक छात्रा अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई। बता दें कि तीन महीने से भी कम समय में ये इस तरह का दूसरा मामला सामने आया है। इस संबंध में पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने कहा कि लड़की परिसर में अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई और संदेह है कि उसने आत्महत्या की है। आत्महत्या के लिए उसके पीछे कौन के कारण है ये अभी स्पष्ट नहीं है।
यौन उत्पीड़न होने का अनदेशामामले की जांच करने वाले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने विश्वविद्यालय को उन घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिसके कारण छात्रा ने आत्महत्या कर ली। एनएचआरसी ने कहा कि पीड़िता का यौन उत्पीड़न आरोपियों द्वारा किया गया था और उसके बाद विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध कार्यालय द्वारा की गई निष्क्रियता ने मृतक के समानता के अधिकार और सम्मान के साथ जीने के अधिकार का उल्लंघन किया और उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।
कंप्यूटर साइंस की कर रही थी पढ़ाई
ओडिशा सरकार ने 16 फरवरी की शाम और 17 फरवरी को केआईआईटी अधिकारियों द्वारा छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग सहित दुर्व्यवहार की रिपोर्टों की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था, लेकिन अभी तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है। मृत छात्रा कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थी और नेपाल के बीरगंज इलाके की रहने वाली थी। कैंपस में यह मौत उस घटना के तीन महीने से भी कम समय बाद हुई है, जब 20 वर्षीय नेपाली छात्रा, जो कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थी, ने अपने सहपाठी द्वारा कथित ब्लैकमेल के बाद आत्महत्या कर ली थी, जो बाद में कुछ संकाय सदस्यों द्वारा नेपाली छात्रों पर नस्लीय और अपमानजनक टिप्पणी करने के कारण एक बड़े संकट में बदल गई।
PC : Bhaskar
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