पंचांग के अनुसार, बुधवार को तीसरा और चौथा श्राद्ध एक साथ मनाया जाएगा। तृतीया तिथि दोपहर 3:39 बजे तक रहेगी और उसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। जिसके कारण इसी दिन संकष्टी चतुर्थी व्रत भी रखा जाएगा। चंद्रोदय रात्रि 8:06 बजे होगा। पंचक शाम 4:30 बजे समाप्त होगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं रहेगा। अब 10 सितंबर का पूरा पंचांग यहाँ विस्तार से जानें।
10 सितंबर 2025 श्राद्ध मुहूर्तकुटुप मुहूर्त - सुबह 11:53 से दोपहर 12:43 तक
अवधि - 00 घंटे 50 मिनट
रौहिना मुहूर्त - दोपहर 12:43 से दोपहर 01:33 तक
अवधि - 00 घंटे 50 मिनट
दोपहर - दोपहर 01:33 से शाम 04:02 तक
अवधि - 02 घंटे 30 मिनट संकष्टी चतुर्थी पूजा मुहूर्त 2025
संकष्टी चतुर्थी की पूजा सुबह-शाम किसी भी समय की जा सकती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा के बाद रात में चंद्रमा की पूजा की जाती है।
संकष्टी के दिन चंद्रोदय - रात्रि 08:06 बजेचतुर्थी तिथि प्रारंभ - 10 सितंबर 2025 को दोपहर 03:37 बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त- 11 सितंबर 2025 को दोपहर 12:45 बजे
ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:31 से प्रातः 05:18 तक
प्रातः एवं सायं 04:55 से प्रातः 06:04 तक
विजय मुहूर्त 02:23 PM से 03:12 PM तक
गोधूलि मुहूर्त शाम 06:32 बजे से शाम 06:55 बजे तक
सायं 06:32 बजे से 07:41 बजे तक म
अमृत काल 01:51 PM से 03:19 PM तक
निशिता मुहूर्त रात्रि 11:55 बजे से 12:41 पूर्वाह्न, 11 सितंबर अशुभ मुहूर्त 10 सितंबर 2025
राहुकाल दोपहर 12:18 से दोपहर 01:51 बजे तक
यमगंड सुबह 07:37 से सुबह 09:11 बजे तक
गुलिक काल सुबह 10:44 से दोपहर 12:18 बजे तक
दुरमुहूर्त सुबह 11:53 से दोपहर 12:43 बजे तक
भद्रा सुबह 06:04 से दोपहर 03:37 बजे तक
बाण चौरासी - रात 10:01 से पूरी रात तक
पंचक सुबह 06:04 से शाम 04:03 बजे तक
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