क्रिकेट न्यूज डेस्क।। राजस्थानी खाने के शौकीनों के लिए दिल्ली में भी शाही स्वाद का इंतजाम किया गया है। अगर आप राजस्थान से हैं और मिठाई का स्वाद चखना चाहते हैं तो देश की राजधानी में आपके लिए शानदार मौका है। यहां दिल्ली एरोसिटी स्थित जेडब्ल्यू मैरियट होटल नई दिल्ली में 'द रॉयल राजपुताना फीस्ट' नामक विशेष फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस 10 दिवसीय महोत्सव के दौरान आपको राजस्थान के राजा-महाराजाओं के जमाने के खास व्यंजन परोसे जाएंगे, जिनकी खुशबू और स्वाद आपको दीवाना बना देंगे।
'हरी मिर्च मीट' और 'सफेद कटहल' बने मुख्य आकर्षण
चमचमाती चांदी की थालियों में परोसे जाने वाले स्वादिष्ट धीमी आंच पर पकाए गए व्यंजन जैसे 'हरी मिर्च मास' और 'सफेद कटहल' इस त्योहार का मुख्य आकर्षण हैं। शेफ कंवर हेमेन्द्र सिंह ने यह शाही भोजन तैयार किया है, जो आपको राजपूतों के समृद्ध और मसाले से भरे व्यंजनों की झलक दिखाएगा।
आपको पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा।
यहां आपको कई पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा, जैसे प्रोटीन से भरपूर 'लीला चना कबाब', मुंह में घुल जाने वाला 'मटन शमी' और स्वादिष्ट 'चक्की के सुले' (गेहूं के टुकड़े)। ये व्यंजन प्राचीन तकनीकों और प्रामाणिक सामग्रियों का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं, जिससे इनका स्वाद उतना ही अच्छा लगता है, जैसे किसी शाही रसोईघर में पकाए गए हों।
यह भोजन परम्पराओं और कहानियों की विरासत है।
इस फूड फेस्टिवल के बारे में शेफ हेमेंद्र सिंह कहते हैं कि राजपूत व्यंजन सिर्फ भोजन नहीं बल्कि परंपराओं और कहानियों की विरासत है। इस महोत्सव में हर व्यंजन के साथ इतिहास जीवंत हो उठता है।
चूरमा लड्डू से मुंह मीठा करें
यहां तक कि मिठाइयों में भी राजस्थानी स्वाद का जादू है। आप 'अमृत घुटका', 'सेवईं खीर', 'चूरमा लड्डू' और 'आम की खीर' जैसी पारंपरिक मिठाइयों का आनंद ले सकते हैं।
तो अगर आप राजस्थान के शाही व्यंजनों का अनुभव करना चाहते हैं, तो 19 अप्रैल तक चलने वाले 'द रॉयल राजपुताना फीस्ट' में जरूर शामिल हों! यह आपके लिए एक यादगार अनुभव होगा।
You may also like
इमामों के सम्मेलन में उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ममता का आपत्तिजनक बयान
लोहरदगा मे जनशिकायत समाधान कार्यक्रम का हुआ आयोजन
छत्तीसगढ़ से आई ईडी की टीम ने जयपुर में ड्राई फ्रूट व्यापारी के आवास पर मारा छापा
बस्तर के विकास की यात्रा अब ठहराव नहीं, निरंतर गति की मांग करती है : मुख्यमंत्री साय
शिवपुरी की महिला ने कुछ ऐसा किया कि मरने के बाद भी उनकी आंखें देख सकेगी दुनिया