बिहार में आज से महिलाओं के लिए पिंक बस सेवा शुरू हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक रूट से 20 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आज से पटना के लिए 8, मुजफ्फरपुर के लिए 4, दरभंगा के लिए 2, पूर्णिया के लिए 2, भागलपुर के लिए 2 और गया के लिए 2 कुल 6 शहरों के लिए राज्य में बसें शुरू की गई हैं। फिलहाल महिला चालकों की कमी के कारण इस बस का संचालन पुरुष चालक करेंगे।
फिलहाल सभी बसों में महिला कंडक्टर मौजूद रहेंगी। यह बस सेवा सभी शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध होगी। केवल महिलाएं ही इसकी सवारी कर सकेंगी। यह गुलाबी बस सीसीटीवी से लेकर जीपीएस और अलार्म तक सभी सुविधाओं से लैस है। पिंक बस सेवा का उद्देश्य सुरक्षित, सस्ती और सुलभ होना है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास 1एन मार्ग से इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अतिरिक्त, 166 अतिरिक्त बसों के साथ अंतर-जिला पिंक बस सेवा शुरू करने की योजना है।
ये बसें किन रूटों पर चलेंगी?
पटना में नई बसें शुरुआत में चार रूटों पर चलेंगी। इनमें गांधी मैदान से फुलवारीशरीफ से एम्स-पटना, दानापुर और कुर्जी (बोरिंग रोड के माध्यम से) और एनआईटी-मोड़ से कंकड़बाग ऑटोरिक्शा स्टैंड तक शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, एकतरफा यात्रा के लिए न्यूनतम किराया 6 रुपये और अधिकतम 35 रुपये होगा। प्रीपेड कार्ड, मासिक और छात्र पास जैसे विभिन्न भुगतान उपलब्ध हैं। महिला बस चालकों के संबंध में अधिकारी ने कहा कि वे महिला चालकों को प्रशिक्षण भी देंगे।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि पिंक बस सेवा सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा। भविष्य में पिंक बस सेवा का विस्तार अन्य शहरों में भी किया जाएगा। 80 और पिंक बसें पहले से ही पाइपलाइन में हैं। परिवहन सचिव संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी ने कहा कि पिंक बस सेवा विशेष रूप से कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए है ताकि वे यात्रा के दौरान सुरक्षित महसूस करें।
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