टीकमगढ़, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र में शनिवार दाेपहर काे नहाने के लिए तलैया में उतरे तीन बच्चाें की डूब कर माैत हाे गई। काफी देर तक बच्चे घर नहीं पहुंचे ताे परिजन तलाश करते हुए तलैया पहुंचे। जहां किनारे पर बच्चों के कपड़े मिले और पानी में तीनों के शव तैरते हुए मिले। स्थानीय लोगों की मदद से शवों को बाहर निकाला गया और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने तीनाें शवाें काे पाेस्टमार्टम के लिए भेज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार घटना जवाहरपुरा गांव की है। मृतक बच्चों की पहचान यश (10), नैन्स (12) और संस्कार (12) के रूप में हुई है। परिजनाें के अनुसार शनिवार दोपहर काे तीनों बच्चे अपने घराें में बिना किसी को बताए साइकिल से गांव से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित एक खेत की तलैया में नहाने गए थे। नहाते समय संस्कार गहरे पानी में डूबने लगा। उसे बचाने की कोशिश में यश और नैन्स भी गहरे पानी में चले गए और तीनों की डूबकर मौत हो गई। जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम के अनुसार, पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा भेज दिया है। तीनों बच्चे पांचवी और छठवीं कक्षा के छात्र हैं। घटना के कोई प्रत्यक्षदर्शी अभी तक सामने नहीं आए हैं। जिस तलैया में तीनों बच्चे डूबे हैं, वह एक खेत में बनी है। बारिश के मौसम में अधिक पानी जमा हो जाता है और करीब 7-8 फीट भर जाती है। इस बार अधिक बारिश के कारण पानी ज्यादा भरा है। हालांकि इसके पहले इस तलैया में इस तरह की घटना नहीं हुई। इधर घटना के बाद से परिवार वालों का राे राे कर बुरा हाल है। पुलिस के अनुसार अभी वे कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के बाद परिजनों से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
—————
(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
You may also like
Jharkhand News : कतरास के जेनरल स्टोर में लगी भीषण आग लाखों का सामान जलकर खाक
बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के संघर्ष को बताया प्रेरणा
ट्रंप ने जताई पुतिन और जेलेंस्की के साथ जल्द से जल्द त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा
बार्सिलोना ने मैलोर्का पर जीत के साथ की 'ला लीगा' की शुरुआत
एनसीआरडीसी सहित 10 राज्यों ने जुलाई में उपभोक्ता मामलों में 100 प्रतिशत से अधिक की निपटान दर की दर्ज