हमीरपुर, 15 अप्रैल . नादौन थाना क्षेत्र के सेरा गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवा बैंक कर्मी महिला की किराए के कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने साफ शब्दों में आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और यह मामला आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है. हमारी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, उसे मारा गया है!
मृतका के माता-पिता धर्मचंद (पिता) और सुरेशना देवी (माता) ने बताया कि उनकी बेटी अपने पति से अलग रह रही थी और दामाद द्वारा गुजारा भत्ता न दिए जाने को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा था. परिवार के अनुसार घटना से ठीक एक दिन पहले कुछ लोगों ने उनकी बेटी के किराए के कमरे में जाकर विवाद किया था. उनका कहना है कि हमारी बेटी ने कभी आत्महत्या नहीं की होती. यह साफ तौर पर हत्या है और पुलिस जानबूझकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है.
परिवार ने पुलिस द्वारा बरामद किए गए सुसाइड नोट को भी संदिग्ध बताया है. उनका आरोप है कि नोट में लिखावट हमारी बेटी की नहीं है. कोई और ही इस नोट को लिखकर हत्या को आत्महत्या बता रहा है. साथ ही, परिजनों ने जिला प्रशासन और एसपी हमीरपुर के समक्ष शिकायत दर्ज कराते हुए मांग की है कि इस मामले की सीबीआई या उच्च स्तरीय टीम द्वारा निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
परिवार का आरोप है कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और जानबूझकर सबूतों को नजरअंदाज कर रही है. मृतका के भाई बलविंदर और बहनें माया, वंदना व ज्योति ने कहा कि हमें न्याय चाहिए. हमारी बहन की मौत की सच्चाई सामने आनी चाहिए.
इस संबंध एसपी हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर मे कहा कि मृतका के परिजनों की शिकायत आई है और इस मामले की निष्पक्ष जाँच के लिए पुलिस विभाग प्रतिबद्ध है.
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/ विशाल राणा
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