गुवाहाटी, 10 मई . असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज यहां राजभवन में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की उपस्थिति में सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भाग लिया.
इस पवित्र सभा में शांति, एकजुटता और राष्ट्रीय सद्भाव की एकीकृत भावना के साथ विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि और अनुयायी एकत्रित हुए. सर्वधर्म प्रार्थना सभा का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र, उसके नागरिकों और वर्तमान में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में लगे भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर कर्मियों की भलाई के लिए सामूहिक प्रार्थना करना था.
इस अवसर पर राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने सामूहिक सद्भावना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि एकजुटता के क्षण भारत की विविधता की ताकत और आपसी सम्मान के गहरे मूल्यों को दर्शाते हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने इस ऑपरेशन के दौरान उनके मनोबल को सहारा देने के लिए प्रार्थना के महत्व को रेखांकित करते हुए सशस्त्र बलों की निःस्वार्थ सेवा के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसे समाप्त किया जाना चाहिए ताकि, भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए और अधिक सकारात्मक ऊर्जा प्रदान की जा सके.
प्रार्थना सभा में मंत्री परिषद के सदस्य उर्खाओ गौरा ब्रह्म, जयंत मल्लबरुवा, नंदिता गार्लोसा ने भाग लिया.
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा, डीजीपी हरमीत सिंह, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, बौद्ध, ईसाई, हिंदू, इस्लाम, जैन, सिख धर्म के धार्मिक समूह, भारतीय वायु सेना, भारतीय सेना, सीआरपीएफ के अधिकारी और अन्य लोग उपस्थित थे.
/ अरविन्द राय
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