मीरजापुर, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh के मीरजापुर स्थित विंध्यवासिनी धाम में 2014 से एक अनोखा बैंक संचालित हो रहा है, लेकिन यहां रुपयों की जगह जमा होता है राम नाम रूपी धन. प्रभु श्रीराम सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे इस “राम लेखन बैंक” में भक्तों को निशुल्क पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जिनमें वे राम नाम लिखकर आस्था व्यक्त करते हैं.
संस्थापक महेंद्र पांडेय के अनुसार, राम नाम परम कल्याणकारी है और यह सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाला है. प्रबंधक स्मृति बिहानी बताती हैं कि श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम और करुणा सागर हैं, जो निर्बलों के बल और भक्तों के सहारा बनते हैं. यही कारण है कि इस बैंक से जुड़कर लोग आत्मशांति और आत्मविश्वास प्राप्त करते हैं.
ट्रस्ट की ओर से Chhattisgarh, Bihar, Maharashtra, Rajasthan और Haryana समेत विभिन्न राज्यों में कोरियर द्वारा राम नाम लेखन की पुस्तिकाएं भेजी जाती हैं. खास बात यह है कि यहां केवल हिंदू ही नहीं, बल्कि मुस्लिम समाज के लोग भी श्रद्धा से राम नाम लिखते हैं. रोशनी सोनी का कहना है कि राम नाम लिखने से आत्मबल और आंतरिक शांति की अनुभूति होती है.
भक्त अपने माता-पिता की स्मृति, जन्मदिन या विशेष अवसरों पर राम नाम पुस्तिका छपवाकर ट्रस्ट को समर्पित करते हैं. नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने भी सहयोग करते हुए दो हजार राम नाम पुस्तिकाएं ट्रस्ट को समर्पित कीं.
प्रधान न्यासी महेंद्र पांडेय, प्रबंधक स्मृति बिहानी, सचिव गौरव पांडेय, रोशनी सोनी और प्रदुम्न पांडेय के संकल्प से यह अनूठा अभियान निरंतर विस्तार पा रहा है. यह बैंक लोगों को धन नहीं, बल्कि भक्ति और आस्था की अनमोल पूंजी प्रदान कर रहा है.
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
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