बिलासपुर, 20 अप्रैल . बिलासपुर जिले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा आयोजित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके ईकोसिस्टम ने हमेशा डॉ. अंबेडकर और उनके बनाए संविधान का अपमान किया है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के जीवनकाल में और उनके देहांत के बाद कांग्रेस ने कभी भी उन्हें वह सम्मान नहीं दिया जिसके वे हकदार थे. उन्होंने दावा किया कि बाबा साहब को संविधान सभा से हटाने की साज़िशें की गईं, लोकसभा चुनाव हराने के लिए 75,000 मतों को अमान्य करवाया गया और उनकी अंतिम विदाई तक को दिल्ली में नहीं होने दिया गया.
ठाकुर ने कहा कि स्वतंत्र भारत में कांग्रेस ने बाबा साहब को मंत्रिमंडल से बाहर करने की कोशिश की और उनकी मृत्यु के बाद कोई स्मारक तक नहीं बनवाया. भारत रत्न का सम्मान भी उन्हें 1990 में तब मिला जब केंद्र में भाजपा समर्थित सरकार बनी.
उन्होंने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए संविधान की उद्देशिका बदली, आपातकाल थोपकर संविधान को कमजोर किया और अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करते हुए चुनी हुई सरकारों को 90 बार बर्खास्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि धारा 370 और 35(A) जैसे प्रावधानों ने कश्मीर के दलितों, खासकर वाल्मीकि समाज के लोगों के अधिकारों को कुचला.
राजीव गांधी द्वारा तीन तलाक के फैसले के खिलाफ संविधान में संशोधन करने और राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के प्रस्ताव को फाड़ने को भी जयराम ठाकुर ने संविधान का अपमान बताया.
ठाकुर ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई तब जाकर बाबा साहब के विचारों को सम्मान मिला. मोदी सरकार ने अंबेडकर से जुड़े पाँच महत्वपूर्ण स्थलों को ‘पंच तीर्थ स्मारक’ के रूप में विकसित किया जिनमें दिल्ली की कर्मभूमि, लंदन की शिक्षा भूमि, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई की चैत्य भूमि शामिल हैं.
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शुक्ला
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