गुवाहाटी, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने डिब्रूगढ़ कारखाना के प्रशिक्षण केंद्र में वरिष्ठ पर्यवेक्षकों के लिए आयोजित 71वां प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) का सफलतापूर्वक समापन किया गया। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य वरिष्ठ पर्यवेक्षी कर्मचारियों में नेतृत्व क्षमता का निर्माण, प्रबंधकीय प्रभावशीलता को बढ़ाना और संगठनात्मक मूल्यों को सुदृढ़ करना है। इस समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूसीरे के उप महाप्रबंधक एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी एसपी बेक उपस्थित थे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को समापन प्रमाण पत्र वितरित किए। अपने संबोधन में, उन्होंने जमीनी स्तर पर सुरक्षा, अनुशासन और उत्पादकता बनाए रखने में पर्यवेक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और व्यक्तिगत लक्ष्यों को भारतीय रेलवे के व्यापक मिशन के साथ जोड़ने के महत्व पर प्रकाश डाला।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने साेमवार काे बताया कि 25 जुलाई को संपन्न हुए सप्ताहव्यापी कार्यक्रम में एक संरचित पाठ्यक्रम में पूसीरे के अनुभवी अधिकारियों द्वारा संचालित व्याख्यान, समूह चर्चा और संवादात्मक सत्र शामिल थे। पाठ्यक्रम के प्रमुख विषयों में भारतीय रेलवे के अधीन पेशेवर और व्यक्तिगत क्षेत्रों में सतर्कता की भूमिका, रेलवे पेशेवरों के लिए प्रभावी समय प्रबंधन, टीम प्रेरणा और पारस्परिक संचार की तकनीकें और सतर्कता प्रणाली की गहन समझ शामिल थे।
ये सत्र पर्यवेक्षकों को अपनी भूमिकाएं अधिक प्रभावी और जिम्मेदारी से निभाने में मदद करने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और उपकरण प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए थे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को अनुभव और सर्वोत्तम कार्यों को साझा करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया, जिससे उनमें सहयोग और निरंतर सीखने की संस्कृति को बढ़ावा मिला।
यह कार्यक्रम आंतरिक प्रतिभा को पोषित करने और संगठन में भावी नेतृत्वों की एक सुदृढ़ पाइपलाइन बनाने के उद्देश्य से चल रही पहलों की एक श्रृंखला का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का आयोजन कर, पूसीरे का उद्देश्य अपने पूरे नेटवर्क में क्षमता निर्माण पहलों का विकेंद्रीकरण करना और ऐसे अवसरों तक पहुँच सुनिश्चित करना भी है। प्रतिभागियों ने सत्र की सामग्री की गुणवत्ता और संवादात्मक प्रकृति की काफी सराहना की और अपने दैनिक दायित्वों के लिए सीखने के अनुभव की प्रासंगिकता पर ध्यान दिया। पूसीरे संगठन के सभी स्तरों पर उत्कृष्टता, नवाचार और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए नियमित अंतराल पर इस प्रकार के विकास कार्यक्रम आयोजित करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।———————
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
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