नालंदा, 4 मई . ईको पर्यटन एवं पार्क विकास योजना के अंतर्गत नालंदा वन प्रमंडल के हिरण्य पर्वत पार्क एवं आसपास के क्षेत्रों के उन्नयन कार्यों की शुरुआत रविवार को की गई. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री एवं स्थानीय विधायक डॉ. सुनील कुमार ने 2 करोड़ 64 लाख रुपए की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया.
इस अवसर पर वन मंत्री ने कहा कि हिरण्य पर्वत को पर्यटन का उत्कृष्ट स्थल बनाकर इसे नालंदा जिले का आकर्षण केंद्र बनाया जाएगा. इस परियोजना के तहत हिरण्य पर्वत से शिव मंदिर तक जाने वाली नई सीढ़ियों का निर्माण, कैफेटेरिया, फाउंटेन, ओपन जिम, विश्वस्तरीय शौचालय, कैंटीन सहित कई आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा.
मंत्री ने कहा कि आने वाले पर्यटकों को अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में चल रहे अन्य विकास कार्यों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि बिहारशरीफ को सुविधाओं से युक्त और सुंदर शहर के रूप में विकसित करना उनकी प्राथमिकता है.उन्होंने सोहसराय और आशानगर स्थित सूर्य मंदिर एवं बाबा मणिराम अखाड़ा में आगामी विकास योजनाओं की जानकारी भी दी. कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय भाजपा नेता एवं जिला मीडिया सह प्रभारी सह पूर्व नगर अध्यक्ष अमरेश कुमार ने मंत्री का ध्यान हिरण्य पर्वत क्षेत्र में व्याप्त जल संकट की ओर आकर्षित किया. उन्होंने बताया कि मंसूर नगर से लेकर छोटी पहाड़ी तक नल जल योजना की पाइपलाइन एवं कनेक्शन होते हुए भी दो वर्षों से जल आपूर्ति नहीं हो रही है.
नगर आयुक्त को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देने के बावजूद समाधान नहीं हुआ.इस बिषय को गंभीरतापूर्वक लेते हुए मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि बिहारशरीफ क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर आयुक्त के साथ बैठक कर अविलंब समस्या का स्थायी समाधान कराया जाएगा, ताकि बड़ी पहाड़ी, मंसूर नगर और छोटी पहाड़ी के प्रत्येक घरों तक पानी पहुंचे सके.
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/ प्रमोद पांडे
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