Prayagraj, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का इतिहास शामिल किया जाएगा. Indian ज्ञान परम्परा के अंतर्गत आर एस एस के इतिहास को स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शामिल करने की घोषणा गांधी जयंती के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने की.
कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और Indian ज्ञान परम्परा के बीच एक गहरा सम्बंध है. आरएसएस की विचारधारा में Indian ज्ञान परम्परा और सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने कहा कि आरएसएस की दृष्टि में Indian ज्ञान परम्परा केवल धार्मिक या दार्शनिक विचारों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सामाजिक, राजनीतिक और नैतिक मूल्य भी शामिल हैं. Indian ज्ञान परम्परा में विश्व कल्याण के लिए महत्वपूर्ण संदेश है.
कुलपति ने कहा कि आरएसएस Indian ज्ञान परम्परा के विभिन्न पहलुओं वसुधैव कुटुम्बकम, सहिष्णुता और विविधता तथा आत्मनिर्भरता और स्वदेशी पर जोर देता है. उन्होंने बताया कि स्थानीय उत्पादों और स्वदेशी विचारों को बढ़ावा देने के लिए इसे पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य Indian समाज को मजबूत और एकजुट करना है.
प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि Indian जीवनशैली परम्परागत मूल्यों, सामाजिक समरसता, परस्पर स्नेह एवं आत्मीयता पर आधारित है. मानवीय मूल्यों के विकास एवं आदर्श के उन्नयन में Indian जीवन शैली की महत्वपूर्ण उपादेयता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के इस कदम से युवाओं में राष्ट्रीयता के प्रति अनन्यता का भाव उत्पन्न होगा और विकसित राष्ट्र की अवधारणा साकार होगी.
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
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