जम्मू, 19 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा सीए ने दो मूलभूत भारतीय ग्रंथों- श्रीमद्भगवद गीता और नाट्य शास्त्र- को अपने प्रतिष्ठित मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल करने के यूनेस्को के हालिया फैसले की सराहना की है. उन्होंने भारत की प्राचीन विरासत में निहित शाश्वत प्रासंगिकता और सार्वभौमिक मूल्यों को रेखांकित करते हुए इस वैश्विक मान्यता को प्रत्येक भारतीय के लिए गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बताया.
उन्होंने पार्टी महासचिव और विधायक डॉ. देविंदर कुमार मन्याल, उपाध्यक्ष और विधायक युद्धवीर सेठी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रिया सेठी, प्रवक्ता बलबीर राम रतन और विक्रम मल्होत्रा, मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप मोहत्रा, वरिष्ठ नेता प्रमोद कपाही और रेखा महाजन के साथ यूनेस्को के फैसले को साझा करते हुए यह बात कही.
सत शर्मा सीए ने यूनेस्को द्वारा विश्व में भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देने के लिए गहरी सराहना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि भगवद गीता और नाट्य शास्त्र को मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल करके यूनेस्को ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शाश्वत मूल्यों को विश्व स्तर पर सम्मानित किया है. यह केवल ग्रंथों की मान्यता नहीं है बल्कि भारतीय सभ्यता का मार्गदर्शन करने वाले लोकाचार, दर्शन और कलात्मक दृष्टि की मान्यता है.
उन्होंने आगे कहा कि यह क्षण सभी भारतीयों, विशेषकर युवाओं को अपनी जड़ों से फिर से जुड़ने और देश की सांस्कृतिक और बौद्धिक परंपराओं पर गर्व करने के लिए प्रेरित करना चाहिए.
/ बलवान सिंह
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