अगर आप बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आपके लिए बिल्कुल सही विकल्प है। इस सरकारी स्कीम में आप सालाना सिर्फ ₹250 से शुरुआत कर सकते हैं और अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
यह स्कीम लंबी अवधि के लिए डिज़ाइन की गई है, लेकिन 8.2% की ब्याज दर के चलते अंत में बहुत मोटी रकम बन जाती है, जो बेटी का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित कर देती है।
15 साल में कैसे बनेगी करोड़पति जैसी रकम?कल्पना कीजिए, अगर आप लगातार 15 साल तक अपनी बेटी के SSY अकाउंट में हर साल ₹1.5 लाख जमा करते हैं, तो मैच्योरिटी पर करीब ₹70 लाख तक की रकम बन सकती है। ये पैसे बेटी की उच्च शिक्षा या शादी जैसे बड़े खर्चों को आसानी से कवर कर लेंगे, बिना किसी लोन की परेशानी के। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी सरकारी स्कीम न सिर्फ सेविंग बढ़ाती है, बल्कि परिवार की आर्थिक तंगी को भी दूर रखती है।
टैक्स बचत का डबल बोनस – सेविंग प्लस टैक्स रिलीफइस योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। मतलब, आप न सिर्फ बेटी के लिए पैसे जमा कर रहे हैं, बल्कि अपना टैक्स भी बचा रहे हैं। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक ऐसी सरकारी स्कीम है जो सेविंग को बढ़ावा देती है और टैक्स बचत का भी मौका देती है – ये डबल फायदे वाली स्कीम है, जहां हर पैसा काम आता है।
बिल्कुल सुरक्षित – कोई रिस्क नहींSSY पूरी तरह सरकार द्वारा समर्थित योजना है, यानी इसमें जोखिम बिल्कुल शून्य है। ये खाता पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों के जरिए खोला जाता है और पूरी तरह सुरक्षित रहता है। किसी भी तरह की मार्केट अस्थिरता का इस पर कोई असर नहीं पड़ता। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी सरकारी स्कीम माता-पिता को निश्चिंत रखती है, क्योंकि ये पैसे हमेशा सुरक्षित रहते हैं।
इतना आसान है अकाउंट खोलना – बस 250 रुपये और कुछ डॉक्यूमेंट्सSSY अकाउंट खोलने के लिए बस बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता की ID प्रूफ, पासबुक और फोटो की जरूरत पड़ती है। पोस्ट ऑफिस या बैंक जाकर फॉर्म भरें और शुरुआती ₹250 जमा करें। बस! अब आपकी बिटिया का भविष्य सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के सुरक्षित रास्ते पर है। ये सरकारी स्कीम हर माता-पिता के लिए एक आसान और फायदेमंद कदम है।
You may also like
ट्रंप ने H-1B की फीस बढ़ाकर भारतीय छात्रों को दिया 'गिफ्ट', यहां समझें कैसे अब US में भर-भरकर मिलेगी जॉब
जीवन में खेलों के प्रति जुनून और अनुशासन विकसित करें: एलजी कविंदर गुप्ता –
दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की स्टैनफोर्ड सूची में भारतीय डॉक्टरों का शामिल होना गर्व की बात: पीयूष गोयल –
तृणमूल ने प्राकृतिक आपदा के बाद पश्चिम बंगाल को धनराशि जारी न करने पर केंद्र पर साधा निशाना
जेएनयू में अलोकतांत्रिक ईसी नियुक्तियों पर विवाद, एबीवीपी ने कुलपति से की निष्पक्ष जांच की अपील