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AC की हवा बना रही बीमार? जानें डॉक्टर का चौंकाने वाला खुलासा

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गर्मी से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (AC) आज हर घर की जरूरत बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC की ठंडी हवा आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा भी बन सकती है? जी हां, यह सिर्फ राहत नहीं देता, बल्कि कई बार बीमारियों को भी न्योता दे सकता है। आइए, इस खतरे को समझें और डॉक्टरों की सलाह के साथ जानें कि खुद को सुरक्षित कैसे रखें।

AC का छिपा खतरा

लंबे समय तक AC की ठंडी हवा में रहने से हमारी त्वचा और श्वसन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, AC की हवा हमारी म्यूकस मेम्ब्रेन को सुखा देती है, जो नाक, गले और फेफड़ों में नमी बनाए रखने का काम करती है। जब यह झिल्ली सूखती है, तो हमारा शरीर वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में कमजोर पड़ जाता है। नतीजा? सर्दी, खांसी, गले में खराश और यहां तक कि सांस की गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जोखिम और भी ज्यादा है।

कूलिंग के साथ बढ़ता जोखिम

AC की हवा में मौजूद नमी की कमी त्वचा को रूखा और आंखों को शुष्क बना सकती है। कई लोगों को लंबे समय तक AC में रहने के बाद सिरदर्द, थकान और एलर्जी जैसी शिकायतें होने लगती हैं। इसके अलावा, अगर AC की नियमित सफाई न हो, तो उसमें जमा धूल और फंगस हवा के जरिए हमारे फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं। इससे अस्थमा या अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। यह जानकर हैरानी होती है कि जिस AC को हम राहत का साधन समझते हैं, वह गलत इस्तेमाल से स्वास्थ्य का दुश्मन बन सकता है।

डॉक्टरों की सलाह: स्वस्थ रहने का तरीका

डॉक्टरों का कहना है कि AC का इस्तेमाल समझदारी से करना जरूरी है। सबसे पहले, AC का तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें, ताकि शरीर को ज्यादा झटका न लगे। समय-समय पर कमरे की हवा को ताजा करने के लिए खिड़कियां खोलें। AC की नियमित सर्विस और फिल्टर की सफाई भी जरूरी है, ताकि हवा में प्रदूषक तत्व न फैलें। इसके अलावा, खूब पानी पीकर और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करके त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन को नम रखें। अगर आपको बार-बार एलर्जी या सांस की दिक्कत हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

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