उत्तरकाशी जिले में सोमवार की सुबह एक दुखद हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर चामी के पास एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर यमुना नदी में जा गिरा, जिसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, गंगा मंदिर के पास भागीरथी नदी में एक महिला के डूबने की खबर ने भी स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा दिया। आइए, इन घटनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि आखिर क्या हुआ।
यमुनोत्री हाईवे पर हादसा, पिकअप यमुना में समाई
सुबह करीब सात बजे, देहरादून के विकासनगर से परचून का सामान लेकर मोरी जा रहा एक पिकअप वाहन (HP.17G 0319) यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर चामी के पास हादसे का शिकार हो गया। बताया जा रहा है कि ड्राइवर अचानक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा, जिसके बाद पिकअप गहरी खाई में लुढ़कता हुआ यमुना नदी में जा गिरा।
इस भयानक हादसे में वाहन में सवार तीन लोग—नौशाद (25 वर्ष), परवीन जैन (45 वर्ष), और अजय शाह (30 वर्ष) - की मौके पर ही मौत हो गई। ये तीनों विकासनगर के जीवनगढ़ क्षेत्र के निवासी थे। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, नौगांव और डामटा पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। खाई में बिखरे शवों को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए नौगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
पुलिस जांच में जुटी, परिजनों में मातम
पुरोला के थानाध्यक्ष मोहन सिंह कठैत ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ड्राइवर के नियंत्रण खोने से यह हादसा हुआ। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है, और शवों का पंचनामा पूरा होने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हाईवे पर अक्सर हादसे होते हैं, जिसके पीछे सड़क की स्थिति और तेज रफ्तार को जिम्मेदार ठहराया जाता है। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भागीरथी नदी में डूबी महिला, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
इसी बीच, उत्तरकाशी में एक और दुखद घटना ने सबका ध्यान खींचा। गंगा मंदिर के पास भागीरथी नदी में एक महिला के डूबने की खबर मिली। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें बोट के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अभी तक महिला की पहचान या स्थिति के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, लेकिन टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं। स्थानीय लोग इस घटना से सकते में हैं और नदी के तेज बहाव को लेकर चिंता जता रहे हैं।
हाल के हादसों ने बढ़ाई चिंता
उत्तरकाशी में हाल के दिनों में सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। कुछ दिन पहले मोरी-नैटवाड़ रोड पर पुजेली-खंयासणी के पास एक यूटिलिटी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें एक व्यक्ति और उसके पांच साल के बेटे की मौत हो गई थी। इस हादसे में 15 लोग घायल हुए थे, जिनमें से कई को देहरादून और पुरोला के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, 12 अप्रैल को देवप्रयाग में एक थार एसयूवी के अलकनंदा नदी में गिरने से पांच लोगों की जान चली गई थी। ये हादसे न केवल परिवारों के लिए त्रासदी हैं, बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ा सबक हैं।
सड़क सुरक्षा पर उठने चाहिए कदम
ये हादसे हमें सड़क सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत को बार-बार याद दिलाते हैं। पहाड़ी रास्तों पर गाड़ी चलाते समय सावधानी, सड़कों की बेहतर स्थिति, और समय-समय पर वाहनों की जांच जैसे कदम इन हादसों को कम करने में मदद कर सकते हैं। उत्तरकाशी के लोग अब प्रशासन से ठोस कदमों की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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