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'मिश्रा जी, पैर पकड़ता हूं…' पद्मश्री खिलाड़ी शाहिद परिवार की अपील, लेकिन प्रशासन नहीं माना, वीडियो वायरल

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बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में रविवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब पुलिस और प्रशासन की टीम गरजते बुलडोजर लेकर कचहरी रोड पर धमक पड़ी। सड़क को चौड़ा करने के नाम पर कई मकानों को जमींदोज कर दिया गया। लेकिन इस बीच कुछ ऐसा हुआ कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जो दिल दहला देने वाला है।

रविवार सुबह 12:30 बजे बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हुई। सबसे पहले कचनार शहीद मजार की दीवार को जेसीबी से गिराया गया। इसके बाद दुकानों को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया। दायम खां मस्जिद की आड़ में किए गए अतिक्रमण को जेसीबी ने ढहा दिया। फिर पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के घर पर भी जेसीबी ने हमला बोल दिया।

पद्मश्री ओलंपियन का घर ढहाया!

जब पद्मश्री ओलंपियन हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद के घर के पास बुलडोजर पहुंचा, तो उनके घरवालों ने कैंट एसएचओ शिवाकांत मिश्रा से एक दिन की और मोहलत मांगी। उन्होंने कहा कि वे खुद अपना मकान तोड़ रहे हैं, बस कल तक का समय दे दीजिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब इसका वीडियो भी सामने आ चुका है।

सामने आया इमोशनल वीडियो

वीडियो में पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के घर के बाहर बुलडोजर नजर आ रहा है। एक शख्स, जिसे शाहिद के परिवार का सदस्य बताया जा रहा है, कैंट एसएचओ से मिन्नतें करते हुए कह रहा है, ‘मिश्रा जी, मैं आपके पैर पकड़ रहा हूं… एक दिन की मोहलत और दे दीजिए।’ इसके बावजूद शिवाकांत मिश्रा का दिल नहीं पसीजा और बुलडोजर गरज उठा।

अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई के दौरान भारी भीड़ जमा हो गई। अभियान से पहले प्रशासन ने निवासियों को सांधा-कचहरी चौड़ीकरण योजना की जानकारी देते हुए नोटिस जारी किए थे। लगभग दो महीने पहले 30 से 40 मकान और दुकानें तोड़ी गई थीं। प्रशासन के मुताबिक, लोगों को मुआवजा भी दिया जा चुका है।

एडीएम ने बताया कि बुलडोजर कार्रवाई के दौरान ओलंपियन मोहम्मद शाहिद के परिवार के अन्य घर भी ध्वस्त कर दिए गए। उस घर में नौ लोगों का हिस्सा था। उनमें से छह को मुआवजा मिल गया है, जबकि तीन पर रोक लगी हुई है। उनके घरों को छोड़ दिया गया है।

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